पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: ड्रगनफ्रुट किसानों को एक नया आयाम दे सकती है, इसकी खेती के लिए सरकार अनुदान भी दे रही है। इसलिए किसान भाई इसकी खेती करने का प्रयास करें, मार्केट भी सरकार उपलब्ध कराएगी। उक्त बातें मुख्यालय स्थित किसान भवन में जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार ने किसान गोष्टी के माध्यम से किसानों को संबोधित करते हुए कही। इस किसान गोष्टी की अध्यक्षता जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार ने किया, जबकि मंच संचालन प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ यहां के प्रगतिशील किसानों द्वारा जिला एवं स्थानीय सभी कृषि पदाधिकारी एवं कृषि वैज्ञानिकांे को बुके देकर सम्मानित कर किया गया। मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार ने किसानों को गोष्टी में अपील एवं सुझाव देते हुए कहा कि किसान सिर्फ पारंपरिक खेती पर ही ध्यान नहीं दें, बल्कि कुछ ऐसी फसलें हैं, जो लंबे समय तक उन्हें अच्छी आमदनी देती रहती हैं। इसमें मेहनत भी कम है तथा इसमें अगले कुछ वर्षो तक वे अन्य फसलें भी साथ-साथ ले सकते हैं। किसान ड्रगनफ्रुट की खेती करें, इसकी खेती करने पर सरकार प्रति हेक्टेयर चालीस हजार रूपये अनुदान देगी। इतना ही नहीं वह इसकी खेती के लिए पौधा भी उपलब्ध कराएगी। यह फसल 15 वर्षो तक उपज देती है। अगर इसमें कृषि वैज्ञानिकों द्वारा बताए गए कृषि तकनीकि से किसान मेहनत करे, तो पहले साल से ही इसमें फल लगने शुरू होते हैं तथा लगातार इसमें फलन की संख्या में वृद्धि होती रहती है। यह ऐसी फसल है, जिसकी खेती सही ढंग से की जाए, तो केला की फसल से कम आमदनी नहीं होगी।
अब रही बात मार्केट की,तो डीएम साहब कुंदन कुमार इसकी मार्केट के लिए भी प्लान तैयार कर चूके हैं। इतना ही नहीं इसके रख-रखाव के लिए भी यहां व्यवस्था की जाएगी, ताकि किसानों के फल खराब नहीं हो सके। बस किसान आगे बढें एवं इसकी खेती करके अपनी आमदनी को बढाएं। उन्होंने इसकी खेती के लिए सारी तकनीक एवं अन्य नई-नई जानकारियां दी। इसके अलावा भी उन्होंने खरीफ फसल से भी संबंधित फसलों को लेकर यहां आए कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को नये-नये गुर सिखाए। इस दौरान यहां के प्रगतिशील किसान, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में अच्छी फसल उपजाकर एक कीर्तिमान स्थापित किया है, उन्हें प्रशस्ति पत्र भी दिया, जिसमें संतरा के लिए विनोद कुमार मंडल, केला एवं ड्रेगनफ्रुट के लिए विपीन कुमार को, किसानों को सबसे उत्तम बर्मी कंपोश्ट का उत्पादन कर उपलब्ध करानेवाले झलारी गांव के पवन कुमार सिंह को, इनके अलावा भी लगभग एक दर्जन किसानो को प्रशस्ति-पत्र दिया गया। मौके पर आत्मा की परियोजना निदेशक मुन्नी कुमारी, जिला उद्यान पदाधिकारी डाॅ राहुल कुमार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सुशांति सौरभ, प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद, भोला पासवान शास्त्री विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिक, किसान देवंेद्र राय, भूतनाथ सिंह सहित सैकडो की संख्या में किसान उपस्थित थे।
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