- ट्रेक्टर से परिसर में भरी जा रही है मिट्टी, मजदूर कर रहा है मिट्टी को समतल
- इसमें वही मजदूर कार्य कर रहा है, जिसे जीएसटी विभाग वालों के साथ आयी पुलिस ने इस जमीन पर कोई कार्य करने से मना किया था
- भू-माफियाओं द्वारा कस्टम-हाउस की जमीन पर बने उसके पुराने कार्यालय का 95 प्रतिशत भाग जमींदोज करते हुए पूरे परिसर को घेरकर अतिक्रमण कर लिया है
- 9 जून को भवन को तोडने तथा अतिक्रमण को लेकर जीएसटी विभाग ने अज्ञात के खिलाफ थाना में मामला दर्ज कराया है
- बावजूद भू-माफिया प्रशासन को धता बताते हुए इस पर निर्वाध गति से अपना कार्य कर रहा है
पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: प्रखंड में भू-माफियाओं का इस कदर मनोबल बढ हुआ है कि वे अब प्रशासन के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के बाद भी उसे ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हैं। वह भी किसी आम की जमीन नहीं है, बल्कि केंद्र सरकार के जीएसटी विभाग के पुराने कार्यालय को जमींदोज कर उसपर अपना कार्य निर्वाध रूप से जारी रखते हुए प्रशासन को सीधा चुनौती देते नजर आ रहे हैं। यह बता दें कि प्रखंड के आझोकोपा गांव में एसएच 65 के किनारे केंद्र सरकार के जीएसटी विभाग का एक पुराना कार्यालय कस्टम-हाउस के नाम से है। इसका निर्माण सरकार ने यहां के किसानों द्वारा उपजाए जा रहे तंबाकू की फसल पर टेक्स लेने के खयाल से कराया था, जिसमें अधिकारी रहा करते थे। 1979 में सरकार द्वारा तंबाकू से टेक्स हटाए जाने के बाद, यह कार्यालय बंद हो गया तथा यहां के कर्मी जिला में शिफ्ट हो गए। तब से यह बंद ही है। इधर 3 मई को अचानक भू-माफिया जेसीबी लेकर पहूंचे तथा इस कार्यालय के सामने का हिस्सा तोडकर एवं टीन के चादर से पूरी तरह से घेरकर अपना कब्जा जमा लिया। पुनः उनके द्वारा इसके पुराने कार्यालय पर धावा बोला गया तथा इसका लगभग 95 प्रतिशत भाग ध्वस्त करते हुए उसका मलवा भी उठाकर लेते चले गए। इसकी खबर जब जीएसटी विभाग पूर्णिया पहूंची, तब उसके द्वारा 31 मई को थाना को एक पत्र लिखा गया तथा 6 मई को जीएसटी विभाग की एक जांच टीम यहां पुलिस के साथ पहूंची तथा इस परिसर में हो रहे कार्य को रूकवाया।
9 जून को विभाग ने रूपौली थाना में भवन जमींदोज करनेवाले के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए, दोषियों पर जांच कर कडी कार्रवायी करने की अपील की। आश्चर्य यह है कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी भू-माफियाओं का मनोबल नहीं टूटा तथा वे इस जमीन पर अपना कार्य निर्वाध रूप से करते ही चले जा रहे हैं। अब उनके द्वारा इस परिसर में मिट्टी भराई का कार्य हो रहा है। जिस मजदूर को यहां कार्य करने से पुलिस ने मना किया था, वही मजदूर मिट्टी को समतल करते देखा गया। आश्चर्य है कि यह परिसर एसएच 65 से लगा हुआ है, जहां से पुलिस सहित हमेशा ही प्रखंड के प्रशासनिक अधिकारी का आना-जाना लगा रहता है। बावजूद उनके द्वारा कोई कार्रवायी नहीं की जा रही है। यहां के लोगों का मानना है कि आखिर यह कानून किसके लिए बना है, सिर्फ गरीबों के लिए। अगर गरीब कोई ऐसी हरकत करता तो, निश्चित ही वह सलाखों के अंदर होता। देखें प्रशासन इसपर क्या कदम उठाता है। वही इस सम्बन्ध में रूपौली थानाध्यक्ष महादेव कामत ने बताया की उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है, वे गस्तीदल को भेजकर दिखवाएंगे तथा आवश्यक कार्रवायी करेंगे।
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