पूर्णिया (ANG INDIA NEWS) : विश्व मानव कल्याण भारती के जिला प्रवक्ता दिलीप कुमार दीपक एवं उपाध्यक्ष सरफुद्दीन भारती ने केरल के मल्लपुरम की उस घटना की घोर निंदा की है जिसमें एक गर्भवती हथिनी को फल में बम मिलाकर खिला दिया गया था। जिस कारण से हथिनी के जबड़े एवं जिह्वा बिस्फोट से उड़ गए थे।
परिणाम स्वरूप उसे खाने पीने में असहनीय पीड़ा हो रही थी। उस पीड़ा से छटपटा रही थी। घटना के 4 दिनों के पश्चात भूख – प्यास से उसकी मृत्यु हो गयी और उसके गर्भ का संतान भी नष्ट हो गया। केरल सरकार घटना के 12 दिनों तक बेखबर बनी रही। जब सोशल मीडिया पर मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना की भर्त्सना प्रारंभ हुई तब जाकर उसकी नींद टूटी किंतु अब तक मानव के रूप में छुपे राक्षसी प्रवृत्ति के दोषियों को पकड़ा नहीं जा सका है जो शर्म की बात है।

केंद्र सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर एवं पूर्व केंद्रीय वन पर्यावरण मंत्री मेनका गांधी का ध्यान इस ओर गया है। इसलिए आशा की जाती है कि जल्द से जल्द उन जल्लाद दोषियों को पकड़ा जाएगा और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। कहा पूर्णिया वासियों को 2003 की एक घटना जरूर स्मरण होगा कि जब पूर्णिया के एक एसडीओ ने 107 के मुकदमे में एक कुत्ते को फांसी की सजा सुना दी थी। उस समय भी देश के वन और पर्यावरण मंत्री मेनका गांधी के हस्तक्षेप से कुत्ते की सजा टली थी।मेनका गांधी के पशु के प्रति प्रेम ममत्त्व के दोनों समाजसेवियों ने भूरी -भूरी प्रशंसा की है।