पटना: बीते शनिवाह को इंडिया गठबंधन की वर्चुअल मीटिंग हुई। इस बैठक में कांग्रेस और भाकपा की ओर से सीएम नीतीश कुमार को संयोजक बनाने का प्रस्ताव आया। जिसे नीतीश कुमार द्वारा ठुकरा दिए जाने की बात सामने आई है। नीतीश कुमार ने कहा कि वह संयोजक नहीं बनना चाहते हैं, वह गठबंधन में बिना किसी पद के काम करेंगे। उन्होंने कहा कि गठबंधन में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है, इसलिए गठबंधन का अध्यक्ष कांग्रेस नेता को बनना चाहिए। इधर बीजेपी के राज्य सभा सांसद व बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने दावा किया है कि विपक्षी गठबंधन में जदयू नेता को संयोजक बनाने को कोई तैयार नहीं है। फिर भी प्रचार किया जा रहा है कि जदयू ने संयोजक पद लेने से इनकार कर दिया।
शनिवार को जारी बयान में सुशील कुमार मोदी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन की चार बैठकों के बाद भी संयोजक पद पर कोई सहमति नहीं बनी। सीट साझेदारी का मामला भी जहां का तहां है। बंगाल, केरल और यूपी में तो दूर-दूर तक सीट साझेदारी पर सहमति की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के अनुसार ममता दीदी जदयू नेता के नाम पर सहमत नहीं हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई बातचीत में न ममता बनर्जी शामिल हुईं, न उनकी पार्टी की ओर से कोई शामिल हुआ। प्रधानमंत्री उम्मीदवार तो दूर की बात, संयोजक बनाने के लिए भी किसी नाम पर कोई सहमति नहीं बनी।
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