- धमदाहा के पूर्व विधायक सूर्य नारायण सिंह यादव के निधन पर गहरी शोक संवेदना प्रकट की
- 1960 ई से वे दोनों दोस्त बनकर आजतक रहे थे
- पूर्व विधायक ने क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में दो-दो कॉलेज खोलकर बच्चों को उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर किया
- धमदाहा को अनुमंडल का दर्जा दिलवाकर उन्होंने पूरे क्षेत्र की जनता को विकास के पथ पर अग्रसर किया था
पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: सबको कुछ-न-कुछ देनेवाले पूर्व विधायक सूर्यनारायण सिंह यादव, आज सबको अनाथ बनाकर चले गए, उनकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती। उक्त बातें पूर्व मुखिया सह बहदूरा इस्टेट निवासी रणविजय प्रताप सिंह ने काफी दुख व्यक्त करते हुए कही। उन्होंने सबसे पहले पूर्व विधायक सूर्यनारायण सिंह यादव के तैलचित्र पर फूलमाला चढाकर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पूर्व विधायक उनके बचपन के दोस्त थे, वे उन्हें छोडकर चले गए, इससे बडा दुख उनकी जिंदगी के लिए क्या हो सकती है। 1960 से उनकी दोस्ती थी, तबसे वे आपस में भाई की तरह कदम-से-कदम मिलाकर रह रहे थे तथा समाज सेवा में लगे हुए थे। कभी भी ऐसा नहीं लगा कि वे आपस में भाई नहीं हैं। उन्होंने ही उन्हें राजनीति में लाया तथा उनके सहयोग से दिवंगत सूर्यनारायण सिंह यादव धमदाहा विधानसभा क्षेत्र से 1977 से 1985 तक वे विधायक चुने गए।
दोनों के बीच पारिवारिक संबंध बन गए थे। राजनीति में आते ही वे समाज को नई दिशा देने में लग गए थे। उन्होंने बच्चों को उच्च शिक्षा देने के लिए लगातार प्रत्यत्नशील रहे। इसके लिए अपने गांव माधवनगर एवं पूर्णिया के रामबाग क्षेत्र में उच्चशिक्षा के लिए कॉलेज खोले, जो यहां के बच्चों के लिए संजीवनी बना हुआ है। उन्होंने धमदाहा परिक्षेत्र की जनता के विकास के लिए, उनकी आर्थिक, मानसिक परेशानी को देखते हुए, धमदाहा को अनुमंडल का दर्जा दिलाकर सबके दिलों में राज करने लगे थे। उनका निधन निश्चित ही इस क्षेत्र के लिए अपूर्णीय क्षति है, जिसकी भरपाई शायद आनेवाले समय में नहीं हो सकती है। उन्होंने उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की।
Tiny URL for this post: