बिहार/जहानाबाद: बिहार में पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन की जेल से रिहाई के मामले में राजनीति अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ नीतीश कुमार की सरकार द्वारा जेल नियमों में बदलाव कर आनंद मोहन की रिहाई का रास्ता निकालने की वजह से जहां भाजपा नीतीश सरकार पर हमलावर है। वहीं दूसरी तरफ आनंद मोहन को लेकर भी भाजपा के कई नेताओं की तरफ से ताबड़तोड़ हमले किए जा रहे हैं। इस सब के बीच आनंद मोहन की तरफ से भी इन हमलों का समय-समय पर करारा जवाब दिया जा रहा है। हाल ही में आनंद मोहन इतना भड़क गए थे कि अपने को हाथी बताकर भाजपा को पैरों तले कुचल डालने की बात तक कह दी थी। इस सब के बीच अब एक बार फिर आनंद मोहन ने रविवार को जहानाबाद में भाजपा के नेताओं और पार्टी के लेकर खूब खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि वह 16 साल तक जेल में बंद रहे तब भी किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा लेकिन उनके जेल से बाहर आते ही भाजपा उनके ऊपर ताबड़तोड़ बयानी हमले कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा तो विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है। उसके पास सैकड़ों की संख्या में सांसद और हजारों की संख्या में पूरे देश में विधायक हैं तो वह एक मामूली पूर्व सांसद जो 16 साल से जेल में बंद थे उनसे क्यों डर गयी?
उन्होंने कहा कि मैं बिहार में हर जिले में जाकर वहां के लोगों से मिल रहा हूं। उनकी सोच से अवगत हो रहा हूं। मैं कोई राजनीति नहीं कर रहा हूं। मैं तो हर किसी से मिलता हूं और उसका आभार व्यक्त करता हूं। हालांकि आनंद मोहन जेल से बाहर आने के बाद अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने ओडिशा के बालोसर में हुई रेल दुर्घटना को लेकर भी केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा और केंद्रीय रेल मंत्री से इस्तीफे की मांग कर दी। उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि इस हादसे की नैतिक जिम्मेदारी पीएम और रेल मंत्री को लेनी चाहिए। उन्होंने आगे हादसे को लेकर सरकार के आंकड़ों को झूठा बताते हुए आरोप लगाया कि इस हादसे में 300 नहीं 3000 लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में जिम्मेदारी तो तय होनी ही चाहिए। उन्होंने वैशाली से पत्नी लवली आनंद के लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर साफ कह दिया कि अभी लोकसभा चुनाव में काफी देर है। समय आने पर सब पता चल जाएगा।
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