पूर्णिया, अक्षय कुमार सिंह : अब सरकार को चुप नहीं बैठना चाहिए, अपने जवानों की शहादत बेकार नहीं जाने दे। उक्त बातें बुजुर्ग समाज के अध्यक्ष भोलानाथ आलोक ने देश के जांबाज 20 सैनिकों की चीन के द्वारा जबरन घुसपैठ कर हमला में शहीद करने को लेकर गुस्सा भरे लहजों में कही।
श्री आलोक ने शहीद हुए सैनिकों को नमन करते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि सभी 20 जवानों ने शहादत देने से पूर्व 43 सैनिकों को भी मार गिराया तथा उन्हें बता दिया कि अब यह 1962 वाला भारत नहीं है, यह नवीन भारत है, जो ईंट का जवाब पत्थर से देना जानता है। उन्होंने कहा कि अब चुप बैठने की जरूरत नहीं है, उसने 1962 से अबतक ना जाने कितनी बार हमारे निर्दोश सैनिकों को क्षति पहुंचाया है तथा हमारी जमीन पर कब्जा की है। और-तो-और अपनी विस्तारवादी नीति के तहत वह अब भी हमपर हमला करने से नहीं चूक रहा है। अब इसबार नहीं छोडेंगे से काम नहीं चलनेवाला है। अब समय आ गया है कि चीन को अपनी ताकत दिखाने का, उससे अपनी जमीन वापस लेने का समय है। सैनिकों की शहादत से यहां की धरती गमगीन है, इसका बदला लेना अब जरूरी हो गया है, ताकि इनकी शहादत बेकार नहीं जाए।