- मौके पर पहूंची तीन दमकल की टीमों एवं ग्रामीणों द्वारा पंपसेट चलाकर आग पर काबू पाया
- अगलगी में लगभग तीन गैस सिलेंडर भी ब्लास्ट होने की खबर है
पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: टीकापट्टी थाना क्षेत्र के छर्रापटी पांचूटोला में शुक्रवार को भीषण अगलगी से लगभग ढाई दर्जन किसानों एवं मजदूरों के घर सहित लगभग पांच लाख नगदी समेत चालीस लाख रूपये की संपत्ति आग की भेंट चढ गई हैं। मौके पर रूपौली, टीकापट्टी एवं धमदाहा थानों से दमकल की टीमें एवं स्थानीय किसानों द्वारा चलाए गए पंपसेट की सहायता से आग पर काबू पाया गया। आग किस प्रकार लगी, पता नहीं चल पाया है। इस अगलगी में हरओर एकओर जहां पूरा सामान जलकर खाक हो गया था, वहीं हरओर पीडितों की सिसकियां सुनाई पड रही थीं। इस संबंध में मुखिया पति सुलोचना देवी, सरपंच पति अखिलेश मंडल ने बताया कि उन्हें जैसे ही मालूम हुआ कि आग लगी है, उनहोंने तत्काल सभी थानों में दमकल के लिए फोन किया तथा पूरे गांव के लोगों को आग बुझाने के लिए अपने-अपने घरों से बाल्टी लेकर घटना स्थल पर पहूंचने को कहा। उनके द्वारा लगभग आधा दर्जन अगल-बगल के पंपसेटों को चालू करवा दिया गया, जिससे दमकल की गाडियों में पानी भरा जा सके तथा लोग उससे बाल्टी में पानी भर सकें। तीनों दमकलों एवं स्थानीय ग्रामीणों की मदद से लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इसबीच लगभग ढाई दर्जन किसान एवं मजदूरों के घर जलकर खाक हो गए। अपने-अपने जले हुए सामानों को देखकर पीडित चित्कार कर रहे थे। इसबीच मौके पर रूपौली थानाध्यक्ष महादेव कामत भी दलबल के साथ घटना स्थल पर पहूंचे तथा आग बुझाने में मदद की। मुखिया सुलोचना देवी ने सभी पीडित परिवारों को आवास योजना से घर बनाने की मांग की है।
- सीओ को देखते ही फफक पडीं महिलाएं-
सीओ राजेश कुमार जैसे ही अगलगी देखने पहूंचे, वैसे ही पीडित महिलाएं चित्कार कर उठीं। वह घर के साथ-साथ नगदी जलने से ज्यादा दुखी दिख रही थीं। वह सीओ से आवास योजना से आवास देने की मांग कर रही थीं तथा सरकार से मुआवजा के रूप में मात्र तेरह हजार रूपये देने पर भी ऐतराज जता रही थीं।
- इन लोगों के घर जले हैं-
नन्हीं देवी, युक्ति शर्मा, मुक्ति शर्मा, छोटेलाल शर्मा, बबुजन शर्मा, बेचन शर्मा, ललित शर्मा, बन्ना शर्मा, शांति देवी, संतोष कुमार, गीता देवी, पप्पू कुमार, नाजो शर्मा, बीरबल शर्मा, राजकुमार शर्मा, कपिलदेव शर्मा, रिंकी देवी, टुनटुन शर्मा,अशोक शर्मा, सिकंदर शर्मा, बुच्ची शर्मा, संतोष कुमार शर्मा, प्रदीप शर्मा, काजो शर्मा, अवधेश शर्मा, हेमंत शर्मा, सुशील शर्मा, पृथ्वी शर्मा आदि के घर जले हैं।
- नगदी जले किसानों की महिलाएं फफक-फफककर रो रही थीं-
अगलगी में घर तो जले ही, दूर्भाग्य कहें कि किसानों ने अपनी-अपनी रबी फसल मकका को बेचकर अपने विभिन्न कामों के लिए घर में नगदी रखे थे, जो सारे जल गए। इस संबंध में नरेश शर्मा ने बताया कि वेलोग खेतों में काम कर रहे थे, तभी गांव की ओर से धूंआं का गुबार उठते देखा, वेलोग समझ गए कि गांव में आग लगी है। वे शोर मचाते हुए गांव की ओर दौडे, क्योंकि उनके घरों में मकई बेचकर नगद रूपये रखे हुए थे। जबतक वे घर पहूंचते उनके सामने पूरा घर जला पडा था। वे लोग चित्कार कर उठे। महिलाएं तडप रही थीं, फफक रही थीं, छः महीने भारी मेहनत करके उन्होंने फसल तैयार की थी कि बेटी की शादी करेंगी, घर बनाएंगी, परंतु सारे अरमानों पर पानी फिर गया। सबकुछ जलकर खाक हो गया है। अब तो पेट भरना भी मुश्किल हो गया है। शरीर पर जो कपडे बचे हैं, बस वही है। कुल मिलाकर इस अगलगी ने इन लगभग ढाई दर्जन परिवारों की रीढ तोड दी है, अब वे क्या करेंगे, क्या खाएंगे, क्या पीएंगे, कैसे बच्चों को पढाएंगे, शादी-व्याह करेंगे। बतादे की इस सम्बन्ध में सीओ राजेश कुमार ने बताया की अभी तत्काल पीडितों को प्लास्टिक दिया जा रहा है, घर जलने की सही गिनती पता चलने पर सभी पीडितों को तेरह-तेरह हजार रूपये का चेक दिया जाएगा।
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