पूर्णिया: विहिप पूर्णिया जिला अध्यक्ष पवन कुमार पोद्दार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कह कि सोमवार को भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा धूमधाम से सम्पन्न होते और राजगद्दी पर बैठते ही तीनों लोक प्रसन्न हुए और रामराज की कल्पना साकार हुई। पूर्णिया जिले का गली गली श्रीराम के जयकारों से गुंजता रहा। सम्पूर्ण पूर्णिया राममय और भगवा मय रहा। लोग रामधुन में रमे रहे। जैसे ही 12-30 बजे प्राण प्रतिष्ठा हुई सारा पूर्णिया जय श्रीराम के नारे से गुंजायमान हो उठा। श्री पोद्दार ने कहा कि 22 जनवरी के सुबह से ही विहिप जिला अध्यक्ष श्री पवन कुमार पोद्दार के नेतृत्व में उनके शिष्टमंडल के श्री मृत्युंजय महान, रंजन कुणाल, निलाभरंजन झा, अमित कुमार साह, मुकेश कुमार, मधु भारती, पंडित सुरज भारद्वाज के साथ शहर के 40 बड़े छोटे मंदिरों में जाकर रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों का जायजा लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पूर्णिया जिले में ऐसा कोई मंदिर मठ ठाकुरवाड़ी नहीं जहां इस पावन अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान और प्रसाद वितरण के साथ साथ दीपोत्सव नहीं मनाई गई हो। सभी मंदिर भगवा ध्वज, रंगोली एवं फुलों से सजकर अद्भुत छटा बिखेर रही थी। विहिप शिष्टमंडल ने गुलाबबाग जीरोमाइल स्थित हनुमान मंदिर में लगाए गए बड़े स्क्रीन पर प्रभु श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का लाइव टेलीकास्ट देखकर आनंदित होते हुए अपने जीवन को धन्य बताया। विहिप शिष्टमंडल के साथ मंदिर समिति के सभी सदस्य एवं आस पास के सैकड़ों रामभक्तों ने प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान देखकर भावविभोर होकर जय श्रीराम का जयघोष करते रहे। कितनों के आंखों में ख़ुशी के आंशु छलक रहे थे। विहिप जिला अध्यक्ष ने मंदिर समिति के सदस्यों को अंगवस्त्र से सम्मानित किया। श्री पोद्दार ने कहा कि पूर्णिया का कण-कण राममय, भक्तिमय, और भगवा मय रहा। लोगों में गजब का उत्साह और उमंग देखा गया। कहीं भजन कीर्तन, कहीं रामायण पाठ, कहीं अष्टयाम, कहीं रामधुन, कहीं धार्मिक अनुष्ठान, कहीं हवन , आरती, दीपोत्सव का आयोजन किया गया। अनेक जगहों पर भक्ति जागरण का आयोजन किया गया।
पूर्णिया में अयोध्या का आभा झलक रहा था। यहां की सड़कें भगवा ध्वज एवं तोडनद्वार और होर्डिंग से पटे थे।सभी मंदिर समितियों के साथ साथ हिन्दू समाज के अनेक लोगों के द्वारा प्रसाद और भंडारा का आयोजन किया गया था। श्री पोद्दार ने कहा कि 22 जनवरी का यह सूरज अद्भुत आभा लेकर आया है।यह नये कालचक्र आ उद्गम है। हमारे रामलला अब टेंट में नहीं बल्कि दिव्य मंदिर में रहेंगे।यह प्राण प्रतिष्ठा समृद्ध भारतीय सनातन संस्कृति का पुनरुत्थान का काल बिन्दु है। प्रभु श्रीरामलला मंदिर बनने और प्राण प्रतिष्ठा होने से हिन्दू समाज संगठित, संस्कारित,समरस और सबल बनेगा। हमारे पुरखों के पांच सौ वर्षों का संघर्ष और लाखों बलिदान के बाद माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय से हमारा सपना साकार हुआ है। विहिप जिला अध्यक्ष श्री पवन कुमार पोद्दार ने न्यायालय के साथ साथ सभी बलिदानी कारसेवकों, संतों,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। अब भारत विश्व गुरु बनेगा। सनातन धर्म संस्कृति का डंका पूरे विश्व में बजेगा। रामराज की कल्पना साकार होगी। प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पूर्व विहिप बजरंगदल एवं संघ परिवार के सभी अनुसांगिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने घर घर जाकर आमंत्रण पहुंचाया। और राम नाम का अलख जगाने का कार्य किया। इसके लिए हिन्दू समाज राम काज में लगे रामभक्तों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए भूरी भूरी प्रशंसा किए हैं। सम्पूर्ण समाज में एक नया संदेश गया है। समाज से उच नीच , छुआछूत, जाती पाती,का भेदभाव का भाव मिटने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। राम सबों के आराध्य हैं। वे मानव मात्र के कण कण में व्याप्त है। सबों का कल्याण करने वाले हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के आदर्शों पर चलकर हमलोग रामराज्य के कल्पना को साकार करेंगे। विहिप जिला अध्यक्ष श्री पवन कुमार पोद्दार एवं शिष्टमंडल ने समस्त पूर्णियां वासियों के साथ साथ जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, मंदिर समितियों, पूजा समितियों,संत महात्माओं, आचार्यों के साथ साथ सभी संगठनों के कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि 15 दिनों तक अथक प्रयास और निष्ठा लगन से रामभक्तों ने राम काज को सफल, भव्य और अभूतपूर्व बनाकर सनातन संस्कृति के अभ्युदय का मार्ग प्रशस्त किया।
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