पूर्णिया: देश के नामी पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दिल्ली में धरने पर बैठे हैं। पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। इसी बीच गुरुवार (27 अप्रैल) को बृजभूषण शरण सिंह ने अपने ऊपर लगाए गए इल्जामों पर बिना नाम लिए एक कविता के जरिए जवाब दिया।
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने वीडियो संदेश में संकेत दिया कि जब तक उनके पास लड़ने की ताकत है तब तक वह हार नहीं मानेंगे। वह खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कविता सुनाई कि, “जिस दिन जीवन के हानि लाभ पर उतरूंगा, जिस दिन संघर्षों में जाली लग जाएगी, जिस दिन जीवन की लाचारी मुझ पर तरस दिखाएगी, उस दिन जीवन से मृत्यु कहीं बढ़ जाएगी.”
“ऐसी जिंदगी के पहले मौत मेरे करीब आ जाए”
उन्होंने कहा कि मित्रों, जिस दिन मैं अपने जीवन की समीक्षा करूंगा कि क्या खोया क्या पाया, जिस दिन मैं महसूस करूंगा कि मेरे संघर्ष करने की क्षमता अब समाप्त हो गई है, जिस दिन मैं महसूस करूंगा मैं लाचार हूं, मैं बेचारा हूं, मैं ऐसी जिंदगी जीना पसंद नहीं करूंगा। मैं चाहूंगा कि ऐसी जिंदगी जीने के पहले मौत मेरे करीब आ जाए। इससे पहले मंगलवार को सिंह ने कहा था कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट फैसला करेगा।
अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं पहलवान
ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट सहित कई स्टार पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं और वे जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सात महिला पहलवानों की याचिका पर मंगलवार को दिल्ली पुलिस और अन्य को नोटिस भी जारी किया था। कोर्ट ने महिला पहलवानों की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को गंभीर बताते हुए कहा था कि इस पर कोर्ट को विचार करने की जरूरत है।
Tiny URL for this post: