- राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के कार्यपालक निदेशक ने दिया आवश्यक दिशा-निर्देश
- राज्य मुख्यालय के जारी निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग को किया गया अलर्ट: जिलाधिकारी
- कोविड-19 की संभावित लहर को रोकने में सहायक होगा ऑक्सीजन प्लांट, अद्दतन स्थिति को देखने के लिए किया गया औचक निरीक्षण: सिविल सर्जन
पूर्णिया: राज्य में कोरोना संक्रमण मामले में वृद्धि को लेकर बिहार सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। जिसको लेकर सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए जिलाधिकारी के नेतृत्व में सिविल सर्जन अद्यतन जानकारी प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मी अपने-अपने स्तर से जुट गए हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव सह राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने राज्य के सभी जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को कोरोना जांच में तेजी लाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया है। वहीं संबंधित स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन प्लांट को भी चुस्त दुरुस्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निरीक्षण कर उसकी अद्गतन जानकारी प्राप्त करने के लिए कहा गया है। जिले में तीन पीएसए में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का निर्माण विगत वर्ष किया जा चुका है। जिसमें 1000 यूनिट प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन करने वाला अस्पताल पूर्णिया में स्थित है। जबकिं दूसरा ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट बनमनखी में बनाया गया है जो 500 यूनिट प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन करेगा। वहीं तीसरे ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण धमदाहा में किया गया है। जिसकी क्षमता 200 यूनिट प्रति मिनट की है।
- राज्य मुख्यालय द्वारा जारी निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग को किया गया अलर्ट: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी सुहर्ष भगत ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह की ओर से जारी निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण से सुरक्षित एवं बचाव को लेकर सभी तरह की एहतियात का पालन करना निहायत ही जरूरी है। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बिहार में कोरोना मरीजों को बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल को पूरी तरह से तैयार करने को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है। साथ ही अस्पताल में इलाज़ कराने या किसी अन्य कार्यों को निष्पादित करने के लिए आए व्यक्तियों को बिना मास्क प्रवेश नहीं करने का निर्देश दिया गया है।
- आरटी-पीसीआर जांच में तेजी लाने को लेकर दिया गया आवश्यक दिशा-निर्देश:
जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण की संभावना को देखते हुए सिविल सर्जन सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मियों को आरटीपीसीआर जांच बढ़ाने को लेकर निर्देश दिया गया है। ताकि कोरोना संक्रमण को रोका जा सके। इसके लिए पीएसए ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट और ऑक्सीजन से जुड़े हुए तमाम उपकरण एवं उपस्कर को तत्काल प्रभाव में दुरुस्त किया जाए। इसके लिए ज़िले के सभी अस्पताल प्रबंधक और टेक्निशियन के पास संबंधित एजेंसी के इंजीनियर का मोबाइल नंबर अद्यतन करने के लिए भी कहा गया है। ताकि अचानक तकनीकी गड़बड़ी होने की स्थिति से निबटने के लिए संबंधित इंजीनियर को सूचित किया जा सकें।
- कोविड-19 की संभावित लहर को रोकने में सहायक होगा ऑक्सीजन प्लांट, अद्यतन स्थिति को देखने के लिए किया गया औचक निरीक्षण: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि जिलाधिकारी के दिशा-निर्देश में जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। क्योंकि दूसरे राज्य से आने वाले यात्रियों को हर हाल में कोरोना जांच के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया गया है। कोरोना संक्रमण की लहर को रोकने के उद्देश्य से कोरोना जांच के अलावा ऑक्सीजन प्लांट्स का औचक निरीक्षण किया गया। औचक निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य संस्थानों के चिकित्सा पदाधिकारियों एवं कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा गया है कि कोरोना जांच में तेजी लाने के लिए विभागीय स्तर पर दिए गए निर्देशों का पालन होना चाहिए। ताकि अधिक से अधिक व्यक्तियों की जांच कर संक्रमण को रोकने में ठोस उपाय किया जाए। इसके लिए चौक चौराहों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन एवं सार्वजनिक क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों की आरटीपीसीआर जांच करने को लेकर बल दिया गया है।
![कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए आरटी-पीसीआर जांच में तेजी लाने का निर्देश Instructions to speed up RT-PCR test in view of increasing cases of corona infection](http://angindianews.com/wp-content/uploads/2023/04/IMG-20230404-WA0003-1024x461.jpg)
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