पूर्णिया : जिले में भूमि बाद के समाधान के लिए प्रत्येक शनिवार को सभी थानों में जनता दरबार लगाने का प्रावधान सरकार एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा किया गया है। जनता दरबार में अंचल के अधिकारी या हल्का कर्मचारी एवं संबंधित थाना के किसी पुलिस पदाधिकारी को शामिल रहकर फरियादियों के समस्या को सुनकर दोनों पक्षों को नोटिस भेजकर तथा विवादित स्थल का जांच कर सुनवाई की जाती है। लेकिन मरंगा थाना को जनता दरबार में कोई दिलचस्पी नहीं रहती है। ना जनता दरबार में उपस्थित रहते हैं ना जांच करने जाते हैं। सिर्फ अंचल के कर्मचारी पहुंचते हैं और अपनी असमर्थता व्यक्त करते हैं। इनका कहना है संबंधित पक्षकार को नोटिस तामील कराना, विवादित स्थल का जांच करना , फोन करके बुलाना और पारित आदेश को लागू करना पुलिस पदाधिकारी का कार्य है।
लेकिन जब अपने एक मामले की चौथी सुनवाई में भाग लेने विहिप जिला उपाध्यक्ष श्री ब्रजभूषण सिंह मरंगा थाना जनता दरबार पहुंचकर सार्वजनिक रास्ते को घेरकर अवरूद्ध करने वाले पर कार्रवाई करने एवं रास्ता खुलवाने का अनुरोध किया तो अंचल कर्मचारी ने कहा कि हमलोग क्या कर सकते हैं ,दूसरा पक्ष तो आया नहीं है उसको बुलवाने का जिम्मेदारी थाना पुलिस का है। देखिए कोई पुलिस पदाधिकारी है ही नहीं। थाना प्रभारी को फोन किया गया उन्होंने फोन नहीं उठाया। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर ने कहा हम देखते हैं। जनता दरबार में पहुंचे गंगेली के सीताराम झा, छोटी बैगना के महेश्वर शर्मा,रहुआ के जोहरन, लाईन बस्ती के ब्रजभूषण सिंह ने कहा कि यहां बार बार आते हैं और लौटकर जाते हैं। कोई सुनने वाला नहीं है सिर्फ खानापूर्ति के लिए जनता दरबार लगाया जाता है। महीनों से चक्कर लगा रहे हैं।
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