पूर्णिया, किशन भारद्वाज: पूर्व के कई दिनों से हो रही लगातार हो रही बारिश के कारण जिले के बैसा प्रखंड क्षेत्र से होते हुए गुजरने वाली कनकई एवं महानंदा नदी के पानी में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिस कारण प्रखंड क्षेत्र के कई गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश करने का डर सता रहा है। जिसके कारण लोग अभी से ही अपनी जान की हिफाजत में लगे हुए हैं। साथ ही लोग माल मवेशियों के लिए ऊंचे स्थलों की खोज में लग गए हैं। जिससे माल मवेशियों की जान सुरक्षित हो सके। बैसा प्रखंड के काशीबाड़ी, हिजली, पोखरया, मठुआ टोली, हरिया, बरडीहा, मंगलपुर समेत अन्य गांवों के नजदीक नदी कटाव के चलते लोगों के बीच परेशानी का आलम बना हुआ है। क्योंकि उक्त सभी गांव नदी किनारे बसा हुआ है। क्योंकि प्रखंड क्षेत्र में हर वर्ष बाढ़ आती रहती है। और बाढ़ जब भी आती है तो प्रखंड क्षेत्र में प्रचण्ड तबाही मचाती है।
पहले ही नदी कटाव के चलते उक्त गांव के लोगों का सैकड़ों एकड़ भूमि नदी में समा चुका है। अभी भी दर्जनों ऐसे परिवार हैं जो नदी कटाव के कारण बेघर हैं। तथा ऐसे परिवार सड़क किनारे शरण लेने को मजबूर है। हालांकि नदी कटाव को रोकने हेतु कई जगहों पर कटाव निरोधक कार्य भी किया गया है। परंतु बाढ़ एवं बारिश के मौसम अक्सर कटाव निरोधक कार्य धवस्त हो जाता है। लगातार बारिश के कारण कनकई एवं महानंदा नदी की जलस्तर में काफी बढ़ोतरी हो गई है। जिस तरह से नदी का पानी बढ़ रहा है इससे यह अंदाजा लगाया जाता है कि कभी भी बाढ़ का पानी कई गांव में घुसने की आशंका है। वहीं बैसा प्रखंड के अंचलाधिकारी राज नारायण राजा ने बताया कि बताया कि गुरुवार को हरिया गांव के नदी कटाव पीड़ित परिवारों के बीच प्लास्टिक का वितरण किया गया है। बाढ़ को लेकर प्रशासन पुरी तरह से प्रखंड क्षेत्र में मुस्तैदी बनाए हुए हैं।
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