मुजफ्फरपुर: बिहार के कई जिले इनदिनों डेंगू के प्रकोप में है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू के कहर पर काबू पाने के लिए हर संभव प्रयास का दावा किया जा रहा है, लेकिन कुछ डॉक्टर इसमे लापरवाही बरत रहे है। एक ऐसा ही मामला मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल से सामने आया है। जहां डेंगू के लक्षण वाले एक बेहोश मरीज को मेडिसिन के डॉक्टर ने खुद देखने की जगह आर्यवेद के इंटर्न को भेज दिया। बताया जा रहा है कि सदर अस्पताल की इमरजेंसी में मंगलवार को डेंगू के लक्षण वाला एक मरीज बेहोश हो गया। मरीज एक सिपाही बताया गया। उसकी एनएस-1 जांच पॉजीटिव आई थी। इसके बाद तबीयत बिगड़ने से वह अस्पताल की इमरजेंसी में ही बेहोश हो गया।
मरीज के बेहोश होने पर इमरजेंसी में तैनात एक हड्डी रोग विशेषज्ञ ने मेडिसिन के एक डॉक्टर को फोन किया, लेकिन मेडिसिन के डॉक्टर ने सदर अस्पताल में काम करने वाले आयुर्वेद के इंटर्न को इलाज के लिए भेज दिया। इसके बाद मरीज के साथ आये परिजन आक्रोशित हो गये और अस्पताल में हंगामा करने लगे। इसकी सूचना अस्पताल अधीक्षक डॉ. बीएस झा को दी गई। अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि जिस डॉक्टर की ड्यूटी है, वहां उन्हें जाना होगा। ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई की जा सकती है। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, सदर अस्पताल में अभी कई आयुर्वेद और होम्योपैथ से मेडिकल की डिग्री लेने वाले छात्र इंटर्नशिप कर रहे हैं।
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