सहरसा, अजय कुमार: मिथिला स्टूडेंट यूनियन कार्यकर्ताओं ने महिषी में केंद्रीय विश्व विद्यालय मांग पर पैदल मार्च निकाल प्रमंडल अधिकारी को ज्ञापन सौंपा था। जिसके आलोक में अभी तक कोई संतोष जनक करवाई नही किया गया। आक्रोश में संगठन के जिला अध्यक्ष टिंकू मैथिल ने बुधवार को सदर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारी तक आवेदन प्रतिलिपि पहुचाने के संबंध में उनके आदेशानुसार आवेदन उनके कार्यालय दिया गया। उन्होंने कहा कि अब अगर सिस्टम विलम्ब करेगी। तो भीषण अंदोलन का सामना करना पड़ेगा। आखिर सहरसा कब तक ठगा जाएगा। कोसी कमिश्नरी का मुख्यालय जो हमेशा से उपेक्षा का शिकार रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने कृषि, उद्योग धंधा, पर्यटन, शिक्षा एवं संस्कृति को चौपट करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि जो जिला विद्वत्ता से प्रचलित था। आज वो क्षीण हो रहा है। सहरसा में सेंट्रल यूनिवर्सिटी की मांग प्रासंगिक ही नहीं यह यहां के लोगों का अधिकार है।
संवैधानिक अधिकार संपन्नता के लिए, संस्कृति सभ्यता का संरक्षण के लिए, विशिष्ट पहचान मैथिल के संरक्षण के लिए, पलायन एवं प्रवासी होने का खतरा से मिथिला का रक्षा लिए, आर्थिक पिछड़ा पन, उपेक्षा विरुद्ध स्वराज्य सम्पन्न विकास के लिए, स्वरोजगार संयंत्र, उन्नत कृषि, औद्योगिक विकास के लिए, बाद का स्थायी उपचार के लिए, शिक्षा का गिरता स्तर में सुधार के लिए, मुफ्त शिक्षा एवं शत-प्रतिशत साक्षरता के लिए यह मांग अत्यंत उचित व सार्थक है। शिक्षा में व्यापक बदलाव के लिए शिक्षा के क्षेत्र में अग्रसर उन्नति की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मांग पूरी नही होने पर उग्र आंदोलन करने की धमकी दी।