पूर्णिया: रामकृष्ण मठ पूर्णियाॅ में नारीशक्ति की आदर्श मां सारदादेवी की जन्मजयन्ती आज सोल्लास विशेष पूजा, पाठ, भजन, भाषण आदि के साथ मनायी गयी। बहुत से जागरूक सुधीजन, भक्तगण और स्वयंसेवक लोगों ने जयन्ती के उत्सव में चारचांद लगा दिए। रामकृष्ण मठ पूर्णियां के अध्यक्ष स्वामी जितेन्द्रानन्द ने मां के जीवन व उपदेश पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मां सारदा स्वामी विवेकानंदजी के गुरु भगवान् श्रीरामकृष्णदेव की धर्मपत्नी और जीवन संगिनी थीं। इनका जीवन कठिनाईयों पर विजय पाने, गृहस्थ जीवन की सभी जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए जीवन के परम पुरुषार्थ- भगवद्दर्शन का लाभ पाने और परिणाम स्वरूप स्वयं भगवती का दर्जा पाने का अनूठा उदाहरण है।
इन्होंने असंख्य नर-नारियों के जीवन में मधुरता लाने और उनके जीवन को सफल बनाने के लिए चिरस्मरणीय रास्ता दिखाया है। इस पावन अवसर पर 50 जरूरतमंद लोगों को मठ की ओर से मां के आशीर्वाद स्वरूप कम्बल भेंट किया गया। लगभग 550 दर्शनार्थी भक्तों ने दोपहर को खिचड़ी प्रसाद पाया। 1 जनवरी से 50 गरीब घर के बच्चों के लिए मठ में गदाधर अभ्युदय प्रकल्प प्रारंभ किया गया है। यहां 5 से 12 वर्ष तक के बच्चों को फ्री कोचिंग, नास्ता, खाता कलम, चिकित्सा आदि दिया जायेगा। मां के आदर्श को अपनाने के इच्छुक सुधीवृन्द का रामकृष्ण मठ पूर्णियां में स्वागत है।
![विशेष पूजा, पाठ, भजन, भाषण के साथ मनायी गयी मां सारदादेवी की जन्मजयन्ती Mother Saradadevi's birth anniversary celebrated with special puja, recitation, bhajan, speech](http://angindianews.com/wp-content/uploads/2024/01/IMG-20240105-WA0004.jpg)
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