पूर्णिया: सांसद संतोष कुशवाहा ने भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता मधुबनी निवासी पंचानंद यादव के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि पंचानंद जी अपने पूरे राजनीतिक जीवन मे शोषितों, वंचितों और गरीबों की हक-हकूक की लड़ाई लड़ते रहे। राजनीतिक जीवन जीते हुए उन्होंने अपने विचारों और सिद्धान्तों से कभी समझौता नही किया। कहा कि राजनीतिक रूप से अलग विचारधारा के होने के वाबजूद उन्होंने हमारे जैसे लोगों के साथ सामाजिक धर्म का निर्वाह अलग हटकर किया और यही उनकी लोकप्रियता का कारण भी था। सांसद श्री कुशवाहा ने कहा कि पंचानंद बाबू का असामयिक निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति है। पूर्णिया ने एक बेहतर और सुलझे हुए सामाजिक कार्यकर्ता को खो दिया।
कहा कि दिल्ली में राजनीतिक व्यस्तता की वजह से वे उनके अंतिम संस्कार में शामिल नही हो पा रहे हैं। दिल्ली से शीघ्र लौटकर वे शोक-संतप्त परिजनों से मुलाकात करेंगे। उनके अनुपस्थिति में सामाजिक कार्यकर्ता शंकर कुशवाहा नेअंतिम संस्कार में शामिल होकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। उनके निधन पर संवेदना व्यक्त करने वालों में जदयू जिला अध्यक्ष राकेश कुमार, जदयू महासचिव अविनाश सिंह, अंबुज यादव, रितेश कुमार, राजेश गोस्वामी, अविनाश कुशवाहा, रतेश आनंद, सुशांत कुशवाहा, कन्हैया कुमार, विक्रम गुप्ता, राकेश पटेल, चंदन मजूमदार आदि थे।
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