पूर्णिया: पूर्णिया हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक का शहर माना जाता है। पूर्णिया में सामाजिक सौहार्द तथा आपसी ताना-बाना इतना मजबूत है की एक दूसरे के सम्मान करने में कोई कभी पीछे नहीं हटते। इसी कड़ी में पूर्णिया में फिर से नया अंदाज मुस्लिम समुदाय की ओर से देखने को मिला। ऐसे तो रामनवमी शोभा यात्रा में मुस्लिम समुदाय द्वारा शरबत, ठंढई,पुष्प वर्षा इत्यादि की व्यवस्था हर बार की जाती है। परंतु इस बार और एक नया अध्याय जुड़ा कि मुस्लिम समुदाय के कई सारे युवकों ने मिलकर जब रामनवमी शोभा यात्रा सड़क से गुजर रही थी, उन्हें रोककर दर्जनों मुस्लिम युवकों ने मिलकर सम्मानित किया। श्रीराम शोभायात्रा के संयोजको में बंटी यादव के अलावे, मृगेंद्र देव,शंभू केसरी, बबलू सहाय, कुणाल, राजीव राय, प्रवीण चौरसिया इत्यादि को राम दरबार की तस्वीर भेंट की गई। बताते चलें कि राम दरबार की तस्वीर भगवान राम की सबसे सुंदर तस्वीर हुआ करती है, जिसमें राम सीता के अलावे भाई भरत, लक्ष्मण ,शत्रुघ्न तथा बजरंगबली की तस्वीर होती है। यह सम्मान पूर्णिया के आर एन साव चौक स्थित रूपवाणी सिनेमा हॉल के सामने इन सभी को मुस्लिम समुदाय द्वारा प्रदान किया गया।

मुस्लिम समुदाय के तौफीक आलम ने बताया कि हमारे समाज और हमारे परिवार तथा माता पिता के आशीर्वाद से हम सब में यह प्रेरणा है कि हम एक दूसरे का सम्मान करें। इसी का नतीजा है कि हम लोग इस कार्य को संपादित कर सके। लाखों की भीड़ में जब मुस्लिम समुदाय के यह युवक इन लोगों को सम्मानित कर रहे थे तो तालियों की गड़गड़ाहट तथा जय श्री राम के नारे लग रहे थे। इन युवकों में कैयाम खान, सोनू शेख,सैयुब आलम, फैयाज आलम उर्फ लाल्टू, अकबर, दाऊद, एस के जावेद, वार्ड पार्षद शकील, चांद, जमीर अरशद, वाहिद, इम्तियाज, लाडला, जुगनू वार्ड पार्षद, रहीम, शाहिद, परवेज आलम, नजीर आलम, डॉक्टर इमरान, इश्तियाक, सोनू खान, हदीस सोनू इत्यादि ने जब भरे भीड़ में इन लोगों को सम्मानित किया तो सारे कैमरे और लोगों की नजर इन सबको देख रही थी और तालियां बजाकर सभी लोग स्वागत कर रहे थे। जय श्री राम के नारों से लोग स्वागत कर रहे थे। संयोजक बंटी यादव तथा मृगेंद्र देव ने कहा कि यह हमारी पूर्णिया की धरती की विशेषता है की हम लोग मुहर्रम में तथा मुस्लिम भाई हमारे रामनवमी यात्रा पर एक दूसरे को बधाई तथा सम्मान देकर सामाजिक सौहार्द की मशाल जलाकर रखते हैं। हम युवाओं को ऐसा करना चाहिए जिससे आगे की आने वाली पीढ़ी इसी चीज को दोहराये और समाज में आपसी सौहार्द तथा दोस्तों वाला नजरिया बना रहे।

