- मतेली खेमचंद पंचायत के पंचायत भवन में लोगों का लिया गया रक्त
- मौके पर सबसे पहले मुखिया कैलाश जायसवाल ने अपना खून देकर फाइलेरिया की जांच करवायी
पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: प्रखंड में फाइलेरिया जैसी खतरनाक बिमारी को नियंत्रण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने रात्रि रक्त-संग्रह शिविर का आयोजन कर रहा है। इसी के तहत रेफरल अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ नीरज कुमार के नेतृत्व में मतेली खेमचंद पंचायत भवन में शिविर लगाया गया। इसमें आशा कार्यकर्त्ता से लेकर चिकित्सक तक शामिल हुए। मौके पर लोगों के हौशला आफजाई के लिए यहां के मुखिया कैलाश जायसवाल ने सबसे पहले अपने रक्त का नमूना दिया। उनकी देखा-देखी अनेक लोगों ने अपने-अपने रक्त के नमूने दिये। इस अवसर पर चिकित्सा प्रभारी डॉ नीरज कुमार ने कहा कि फाइलेरिया को नियंत्रण करने के लिए फाइलेरिया के जो जीवाणु होते हैं वे दिन में शरीर के लिंपेटिक सिस्टम में छूप जाते हैं, वे ब्लड में नहीं रहते हैं। रात्रि में आठ बजे के बाद जब व्यक्ति स्थिर हो जाता है, तब फाइलेरिया के जीवाणु खून में वापस आते हैं।
कुछ इसी को लेकर रात में ही रक्त-संग्रह की व्यवस्था की गई है। अभी प्रखंड के दो पंचायतों के एक-एक वार्ड को रात्रि रक्त-संग्रह के लिए चुना गया है, जिसमें मतेली खेमचंद पंचायत के वार्ड 12 यानि आझोकोपा एवं नाथपुर पंचायत के वार्ड सात यानि लछमिनिया गांव को चुना गया है। इन वार्डों से तीन-तीन सौ लोगों के सेंम्पल लिय जाएंगे। अगर इन लोगों से लिये गए रक्त सेंपल में से तीन प्रतिशत लोगों में अगर फाइलेरिया के जीवाणु पाए जाते हैं, तब पूरे पंचायत में फाईलेरिया की दवा दी जाएगी, अन्यथा नहीं दी जाएगी। बस प्रभावित लोगों को ही दवा दी जाएगी। अगर लोगों में तीन प्रतिशत से ज्यादा जीवाणु मिलते हैं, तब पूरे प्रखंड में दवा का वितरण किया जाएगा। इस अवसर पर आशा कार्यकर्त्ता सहित सभी स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।
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