सहरसा, अजय कुमार: रामनवमी के पावन अवसर पर मिथिला के महाकाल बाबा जालंधर नाथ का श्रृंगार एवं 108 भोग लगाकर भजन संध्या कार्यक्रम के साथ पूजन किया गया। ब्राह्मण महासभा के बैनर तले मिथिलांचल प्रभारी शैलेश कुमार झा के द्वारा आयोजित श्रृंगार पूजा में बड़ी संख्या में ग्रामीण बुजुर्गों एवं युवाओं ने भाग लिया।महाकाल बाबा जालंधर जिला के रामपुर गांव में तिलावे नदी के तट पर अवस्थित एक स्वयंभू अंकुरित शिवलिंग है। जहां सैकड़ों श्रद्धालु नित्य पूजन को आते है। मुख्य पुजारी रामशरण ठाकुर की उपस्थिति में आयोजित श्रृंगार एवं एक सौ आठ भोग पूजा के बाद शैलेश कुमार झा ने कहा कि कोशी कि धरती पुरातात्विक धरोहर का खजाना है जो आज प्रशासनिक उपेक्षाओं का शिकार के कारण दयनीय अवस्था में है।
उन्होने कहा कि उज्जैन के बाद महाकाल स्वरूप शिवलिंग की अगर बातें कि जाय तो वो मिथिला परिक्षेत्र के सहरसा जिला अवस्थित रामपुर में बाबा जालंधर धाम है। जिसका इतिहास हजारों वर्ष पूर्व असुर सम्राट जालंधर से जुड़ा हुआ है। सरकार अगर चाहे तो बिहार के ऐसे क्षेत्र पर्यटन के लिए एक वरदान साबित हो सकतें हैं। श्रृंगार सह भोग पूजा में गजमोहन झा, संजय कुमार झा, कैलाश झ, प्रकाश झा, मनाय मिश्र, बमबम मिश्रा, श्यामल ठाकुर, अभीषेक सदा, कुलदीप यादव, संजीव कुमार झा, देवाशीष कुमार, नटवर कुमार, निरज कुमार मिश्र, वकील कामती, रंजीत झा, विजय कांत झा, रवि कुमार, सुरज कुमार कन्हैया कांत मिश्र, सुबोध मिश्र सहित अन्य उपस्थित थे।