एलोपैथ चिकित्सकों की स्थिति बस आया राम, गया राम, कोई भी चिकित्सक नहीं रहे दो-चार माह से ज्यादा
पूर्णिया, अभय सिंह : टीकापटी प्रखंड का टीकापटी एपीएचसी, जिसपर लगभग डेढ लाख लोगों के स्वास्थ्य सेवा का भार है, वह महज एक आयुष चिकित्सक के भरोसे चल रहा है । यहां हमेशा ही पिछले दो दशकों में एलोपैथ चिकित्सकों की स्थिति बस आया राम, गया राम वाली स्थिति रही, कोई भी चिकित्सक दो-चार माह से ज्यादा नहीं रहे । जबकि यहां एलोपैथ चिकित्सक देने का वादा कईबार डीएम, एमपी, सीएस कर चूके हैं, परंतु सभी कोरा ही साबित हुआ है । यह बता दें कि इस अस्पताल पर सात पंचायतों गोडियर पूरब, गोडियर पश्चिम, लक्ष्मीपुर छर्रापटी, धूसर टीकापटी, गोडियरपटी श्रीमाता, कोयली सिमडा पूरब एवं कोयली सिमडा पश्चिम पंचायतों के लोगों के स्वास्थ्य रक्षा का भार है ।
यहां प्रसव की भी व्यवस्था है । इनकी स्वास्थ्य रक्षा के नाम पर बस एक आयुष चिकित्सक डॉ बीपी मंडल हैं । समझा जा सकता है कि सरकार की लोगों को स्वास्थ्य रक्षा देने की नीति कैसी है । मौके पर मुखिया शांति देवी, मुखिया पवित्री देवी, मुखिया सुलोचना देवी, मुखिया अमीन रविदास ने कहा कि यह अस्पताल इस क्षेत्र के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है तथा सभी पंचायतों के बीच में ही नहीं, बल्कि सुगम जगह पर भी अवस्थित है, परंतु दूर्भाग्य कि यहां एकभी एलोपैथ चिकित्सक नहीं हैं, जिससे लोगों को बाहर इलाज के लिए जाना मजबूरी हो जाती है ।
उन्होंने सरकार से मांग की कि यहां एलोपैथ चिकित्सक के साथ-साथ एक एंबुलेंस की भी व्यवस्था करे, ताकि प्रसव पीड़ित महिलाओं को यहां लाने, ले जाने में सुविधा मिल सके । देखें सरकार इसके लिए क्या कदम उठाती है । इधर मौके पर चिकित्सा प्रभारी डॉ बीपी मंडल ने बताया कि वे ही अकेले यहां पर आयुष चिकित्सक के रूप में कार्यरत हैं ।
![टीकापटी एपीएचसी में आयुष चिकित्सक के भरोसे डेढ लाख की आवादी टीकापटी एपीएचसी में आयुष चिकित्सक के भरोसे डेढ लाख की आवादी](https://angindianews.com/wp-content/uploads/2023/11/image-8-1024x418.png)
Tiny URL for this post: