पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: विद्या के मंदिर को वास्तव में प्रधानाध्यापक ने मंदिर की तरह सजाया है। ऐसा विद्यालय के हीरक जयंती पर देखने को मिला, जब जिला से आए प्रोग्राम पदाधिकारी अमित कुमार (स्थापना) एवं जिला प्रोग्राम पदाधिकारी अरविंद कुमार (एसएसए) भी गदगद हो, तालियां बजाने से अपने को रोक नहीं सके। यह बता दें कि बिरौली बाजार स्थित मध्यविद्यालय की स्थापना तत्कालीन स्थानीय शिक्षक मिश्रीलाल बाबू एवं जनार्दन बाबू ने जिस मकसद से इस विद्यालय की स्थापना की थी, आज वह सपना साकार लगता दिख रहा है। इसको लेकर विद्यालय हीरक जयंती मना रहा था। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डीपीओ अमित कुमार (स्थापना) एवं डीपीओ अरविंद कुमार (एसएसए) उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ डीपीओ अमित कुमार (स्थापना) एवं डीपीओ अरविंद कुमार (एसएसए), प्रभारी प्रधानाध्यापक सुनीत कुमार, जिला शिक्षक एकता संयोजक पवन कुमार जायसवाल, जिला पार्षद पूनम देवी, नगर पंचायत उपाध्यक्ष इंदू देवी, मनोज गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस समारोह का संचालन शिक्षक शशांक शेखर, मो0 रियाजुदीन एवं मो0 शम्स तबरेज ने किया।
बच्चों ने सभी अतिथियों का स्वागत, स्वागत गीत गाकर किया। सभी अतिथियों को अंग-वस्त्र एवं बुके देकर सम्मानित किया गया। मौके पर डीपीओ स्थापना अमित कुमार ने खुशियां व्यक्त करते हुए कहा कि वास्तव में यह विद्यालय शिक्षा का मंदिर है। यहां के बच्चों की हर विधा में कला को विखेरते देख ऐसा लगा कि वे विद्या के वास्तविक मंदिर में आ गए हैं। भारत मां का चरित्र-चित्रण हो या फिर किसानों की छवि, या फिर गायन हो , या फिर देश की रक्षा में खडे सैनिकों की भूमिका हो, या फिर कव्वाली हो, हर विधा को बच्चों ने जीवंत कर डाला। वे इसके लिए इस विद्यालय के प्रधान सुनित कुमार सहित सभी शिक्षकों को बधाई देते हैं। आज इस बात का ऐहसास हो रहा है कि इस विद्यालय की स्थापना किये स्व मिश्री बाबू एवं जनार्दन बाबू के सपनों को साकार कर डाला है। ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है। उन्होंने इसके लिए स्थानीय लोगों को भी इसके लिए बधाई दी। मौके पर हजारो की संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।
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