सहरसा, अजय कुमार: जिले के सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न वार्डो में साफ-सफाई को लेकर निकाली गई निविदा खटाई में पड़ गई है। तकनीकी कारणों से टेंडर को रद्द कर दिया गया है। बताया जाता है पुनः निविदा निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इधर टेंडर प्रक्रिया के रिटेंडर में जाने के बाद बीजेपी आक्रमक हो गई है। चूंकि बीते दिनों बीजेपी द्वारा टेंडर की शर्तों पर कई सवाल उठाया गया था। सफाई टेंडर पर मचे घमासान पर शनिवार को नगर परिषद क्षेत्र स्थित एक निजी विद्यालय में सिमरी बख्तियारपुर बीजेपी नगर इकाई द्वारा प्रेस कॉंफ्रेंस किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष रितेश रंजन ने कहा कि आखिरकार सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद के साफ – सफाई टेंडर को रद्द कर दिया गया है।साफ – सफाई टेंडर को लेकर हम लोगों ने बीते दिनों कड़ी आपत्ति जताई थी।हम लोगों ने उस समय मांग की थी कि टेंडर के एनआईटी को सरल किया जाय। इतने कठिन शर्त ना दिये जाए जिससे संवेदक ही भाग न ले। परिणाम वही हुआ और मात्र दो संवेदक ने ही इस टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया।एक संवेदक को एनआईटी के शर्त की कमी के वजह से छांट दिया गया और जिसकी वजह से एकल वीडर रहने की वजह से टेंडर रद्द हो गया। उन्होंने कहा कि आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे नगर परिषद को सरकारी राजस्व की चिंता से ज्यादा अपने जेब भरने की चिंता है। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं कार्यपालक पदाधिकारी के लूट की मंशा की वजह से आज सरकार को भी राजस्व का नुकसान हुआ है।
भाजपा नेता रितेश रंजन ने कहा कि वर्तमान में जो कंपनी साफ-सफाई के कार्य को कर रही है। उसकी कार्य अवधि भी कई महीने पूर्व ही समाप्त हो चुकी है। लेकिन फिर भी उसी कंपनी से साफ – सफाई करवाया जा रहा है। जबकि इस परिस्थिति में कार्य डिपार्टमेंट द्वारा करवाया जाना चाहिए था।जब तक टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण ना हो। भाजपा नगर अध्यक्ष अरविंद भगत ने कहा नगर परिषद के भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा नगर इकाई के नेतृत्व में यह लड़ाई मजबूती से लड़ी जाएगी। नगर परिषद खुलेआम लूट – खसोट कर रहा है। सबूत के साथ सभी विषयों को उजागर किया जाएगा और भ्रष्टाचार पर हर हाल में अंकुश लगे, इसके लिए आने वाले समय में नगर परिषद के खिलाफ धरना और घेराव का कार्यक्रम किया जाएगा। इस मौके पर मुकेश यादव, गोपाल शर्मा, मंगल शर्मा, गणेश मिस्त्री, पंकज निगम, शिव चन्द्र, निर्मल ठाकुर मौजूद रहे। नगर परिषद सिमरी बख्तियारपुर नप में साफ – सफाई के टेंडर विवाद पर नप के कार्यपालक पदाधिकारी केशव गोयल ने कहा कि टेंडर रद्द नही हुआ है। दो कंपनियों ने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया था। प्रकिया आगे बढ़ गई है, रिटेंडर में चला गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में साफ – सफाई नप खुद अपने स्तर से करा रही है। वर्तमान में पंद्रह वार्डो में साफ सफाई पर आठ लाख रुपये खर्च हो रहा है।
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