पूर्णिया : श्री कुन्दन कुमार, जिलाधिकारी पूर्णिया के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में संभावित बाढ़ और सूखाड़ से निपटने की तैयारियों पर गहन चर्चा हुई। बैठक में सामने आया कि बिहार में पूर्णिया जिला बाढ़ से निपटने की तैयारियों में दूसरे स्थान पर है।
जिलाधिकारी ने बताया कि पूर्णिया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है, इसलिए सभी को पूरी तरह तैयार रहना होगा और विभागीय एसओपी के अनुसार तैयारियां करनी होंगी। उन्होंने सभी अनुमंडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बाढ़ के लिए संभावित संवेदनशील स्थलों की पहचान करें और उन्हें तीन श्रेणियों में विभाजित करें।
पहली श्रेणी में सबसे संवेदनशील स्थलों पर तुरंत तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी ताकि लोगों की जान और संपत्ति की रक्षा की जा सके। दूसरी श्रेणी में वे स्थल होंगे जहां पहले ही बाढ़ रोधी कार्य किए जा चुके हैं। तीसरी श्रेणी में कृषि से संबंधित संभावित कटाव वाले स्थलों को रखा जाएगा।
जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बाढ़ रोधी सामग्रियों को संभावित कटाव वाले स्थलों के पास विकेंद्रीकृत तरीके से तैयार रखें। खनिज विकास अधिकारी को निर्देश दिया गया कि वह बाढ़ रोधी कार्यों के लिए समय पर बालू की उपलब्धता सुनिश्चित करे।
बैठक में सरकारी और निजी नावों के परिचालन पर भी चर्चा हुई। अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे नावों को तैयार रखें और निजी नाव मालिकों के साथ एकरारनामा करें। लंबित नावों के भुगतान का भी निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने घाटों पर चलने वाली निजी नावों के साथ भी एकरारनामा करवाने का निर्देश दिया ताकि बाढ़ के दौरान नावों के परिचालन में समस्या न आए। उन्होंने अधिकारियों से संवेदनशील स्थलों पर बाढ़ नियंत्रण और जल निकासी के कार्यों का निरीक्षण करने और रिपोर्ट देने को कहा।
शेष बाढ़ नियंत्रण कार्यों को समय पर पूरा करने, आपदा के समय राशन और अन्य आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था करने, बाढ़ शरण स्थलों का निरीक्षण करने, पशु चारा और दवाओं की व्यवस्था करने आदि पर भी निर्देश दिए गए। गोताखोरों के प्रशिक्षण, लाभुकों की आधार सीडिंग और बैंक खाता अपलोड करने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
अग्निकांड से हुए घरों के नुकसान का भुगतान, बाढ़ में क्षतिग्रस्त सड़कों और पुलों की मरम्मत, बोट एंबुलेंस और मेडिकल टेंट हाउस में दवाओं की उपलब्धता, वाटर एटीएम की स्थापना आदि पर भी जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने आपदा से निपटने के लिए सभी अधिकारियों से पूरी तैयारी बरतने को कहा।