पूर्णिया : कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत शिक्षक श्री हेम नारायण सिंह यादव, पसावा पूर्णिया के संरक्षक श्री गौतम सिन्हा एवं श्री उदय शंकर प्रसाद, कार्यकारी अध्यक्ष श्री मनोरंजन कुमार सचिव निकेश गिलगाल, कोषाध्यक्ष राजेश कुमार झा, उपाध्यक्ष श्री ऋतुराज आनंद, प्रेस क्लब पूर्णिया के अध्यक्ष श्री नंदकिशोर सिंह, श्री प्रदीप रॉय मौज़ूद थे।
श्रीमती श्वेता सिंह नें अतिथियों का स्वागत कुमकुम, चंदन और अक्षत लगाकर किया एवं विद्यालय के प्राचार्य श्री अरुण कुमार सिंह नें पुष्प गुच्छ देकर अतिथियों का अभिवादन किया। तत्पश्चात विद्यालय की छात्रा मेघा, साक्षी, पीहू एवं शिखा नें “तू कितनी अच्छी है…” गीत गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। उसके बाद विद्यालय के निदेशक नें अपने माता पिता और गुरु की पूजा अर्चना की और पुनः उपस्थित बच्चों नें अपने माता पिता की पूजा अर्चना की।
कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों के बच्चे अपने धर्मों की मान्यताओं के अनुसार अपने माता-पिता की पूजा/सम्मान कर उनका आशीर्वाद और प्यार प्राप्त किया । जहां हिन्दू धर्म को मानने वाले बच्चों ने अपने माता-पिता को ऊंचे आसन पर बिठा कर, उन पर कुमकुम एवं अक्षत लगाकर, उनको पुष्प की माला पहनाकर, उन्हें पुष्प अर्पित कर, उन्हें भोग चढ़ाकर, उनकी आरती उतार कर, उनकी प्रदक्षिणा कर उनके चरणों में अपना शीश नवाया। माता-पिता भी अपनी संतान को गले लगाकर उन पर अपना प्रेम और आशीर्वाद बरसाया।
वहीं इस्लाम धर्म को मानने वाले बच्चों ने अपने माता पिता के प्रति आदर और सम्मान का भाव प्रदर्शित किया। विद्यालय के छात्र फरहान ज़ाकिर, खुशबू खातून, आरज़ू परवीन और अशद आलम नें क़ुरान की आयतों को पढ़कर उनके फर्ज़ को समझाया। उर्दू के शिक्षक मोहम्मद राफे नें वालदेन के हुकुकों को विस्तार से चर्चा की। बच्चों नें फूल और फूल की माला से अपने माता पिता का सम्मान किया। उन्हें गले लगकर उनका प्यार और आशीर्वाद पाया।
माता पिता और बच्चों के बीच प्रेम की ऐसी समय बंधी की उपस्थित हर एक की आँखों से आंसूओं की धार रुक नहीं रही थी। सबों की आँखों से आंसू के रूप में प्रेम छलक रहा था। सभी भाव विभोर हो रहे थे। ज्ञात हो की मंच संचालन विद्यालय की शिक्षिका गरीमा सारस्वत कर रही थीं। उपस्थित अतिथियों में पसावा के संरक्षक श्री गौतम सिन्हा ने कहा कि ऐसा कार्यक्रम मैंने पहले कभी देखा नहीं था, कार्यक्रम सराहनीय एवं अनुकरणीय है।
मैं इस कार्यक्रम को अपने विद्यालय में भी आयोजित करवाऊंगा। उपस्थित अतिथियों नें विद्यालय के निदेशक एवं प्रबंधन कि भूरी भूरी प्रशंशा की। वहीं श्री नन्द किशोर सिंह ने जिले के सभी विद्यालयों से यह अपील की कि आइए हम सब मिलकर पश्चिमी सभ्यता के दुष्प्रभावों को मिटाएं, आइए हम सब मिलकर अपनी मूल सभ्यता एवं संस्कृति को अपने बच्चों में पुनः स्थापित करें, आइए हम सब मिलकर अपनी अगली पीढ़ी को पाश्चात्य संस्कृति के दुष्प्रभाव से बचाएं, आइए हम सब मिलकर 14 फरवरी को “मातृ पितृ पूजन दिवस” मनाएं।
अपने वक्तव्य में विद्यालय के निदेशक इंजीनियर विनीत कुमार सिंह ने कहा कि हमारी पीढ़ियां सभ्यता एवं संस्कार से विमुख होती जा रही है। बच्चे तथा युवा वर्ग में अपने माता-पिता के प्रति भी सम्मान भाव में शून्यता आ रही है। आज हमारे देश में वृद्धाश्रमों की संख्या और वृद्धाश्रम में वृद्धों की संख्या में तीव्र वृद्धि हो रही है। हमें इसके कारणों तक पहुंचना होगा और साथ हीं साथ इसके लिए उपायों को भी सुनिश्चित करना होगा।
मेरे विचार से हमें हमारी सभ्यता और संस्कृति को अपने बच्चों में शुरू से ही भरने का आचरण करना चाहिए। अतः विद्यालय द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ बच्चों में सभ्यता एवं संस्कृति भरने के उद्देश्य से मातृ-पितृ पूजन दिवस का आयोजन हर वर्ष किया जाता रहा है।उसी कड़ी में आज का कार्यक्रम आयोजित किया गया।अभिभावकों ने भी विद्यालय के निदेशक एवं विद्यालय परिवार की प्रशंसा की और कहा कि, हम सभी ऑक्सफोर्ड इंग्लिश स्कूल में अपने बच्चे को पढ़ा कर गर्व महसूस कर रहे हैं और यह विद्यालय बच्चों में सर्वांगीण विकास का जीता जागता उदाहरण साबित हो रहा है। अंत में प्राचार्य अरुण कुमार सिंह नें विद्यालय के सभी शिक्षक /शिक्षिकाओं एवं कर्मचारियों को कर्यक्रम की सफलता का श्रेय दिया और उनका धन्यवाद ज्ञापन किया।
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