पूर्णिया : पूर्णिया जिले में शहरी क्षेत्रों के समग्र विकास पर गंभीरता से विचार किया गया। जिलाधिकारी श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में नगर निगम पूर्णिया के अधिकारियों को विभिन्न दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में सबसे पहले सड़क मरम्मत कार्यों की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त करते हुए 30 जून 2024 तक सभी सड़कों की मरम्मत पूरी करने का निर्देश दिया। सभी सड़कों का इंटीग्रेटेड एप्रोच और सैचुरेशन मोड में एकसाथ कार्य करने पर जोर दिया गया।
बरसात के मौसम को देखते हुए शहरी क्षेत्रों में जलभराव की समस्या से निजात दिलाने पर भी जोर दिया गया। इसके लिए जल जमाव वाले स्थलों की पहचान कर समस्या का समाधान करने को कहा गया। साथ ही स्टॉर्म ड्रेनेज सिस्टम और नाला नेटवर्क को जोड़ने के लिए एक विस्तृत योजना बनाने के निर्देश दिए गए।
नालों से निकलने वाले जलप्रवाह को सीवेज नेटवर्क से जोड़कर उपचारित करने और फिर नदियों में छोड़ने के लिए भी योजना बनाने को कहा गया। यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया कि विकासात्मक गतिविधियों से नदियों का प्रदूषण न हो।
बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़क, नाला, शौचालय और पेयजल की उपलब्धता पर भी विचार किया गया। वर्तमान में तीन स्थानों पर पेयजल उपलब्ध है, जिसकी संख्या बढ़ाने को कहा गया। शौचालयों की दिन में दो बार सफाई करने के निर्देश दिए गए।
शहर में स्वच्छता अभियान चलाने, डस्टबिनों की व्यवस्था करने और पॉलिथीन प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा गया। इसके साथ ही दुकानदारों और वेंडरों को जागरूक करने के लिए भी निर्देशित किया गया।
शहर के सौंदर्यीकरण पर भी जोर दिया गया। वार्डों के क्लस्टर बनाकर पार्कों और उद्यानों की संख्या बढ़ाने, नदी किनारे वाटर स्पोर्ट्स विकसित करने और खाली स्थानों पर पेंटिंग व पौधरोपण करने जैसे सुझाव दिए गए।
अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि विकास पर्यावरण अनुकूल हो और शहर की सुंदरता बढ़े। आपसी समन्वय से कार्य करने पर भी जोर दिया गया। उद्देश्य पूर्णिया को ऐसा शहर बनाना है जिसकी विशिष्ट छवि और सुंदरता लोगों को प्रभावित करे।
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