पूर्णियाँ, वि० सं० अरुण कु० सिंह: व्यवहार न्यायालय पूर्णिया में शनिवार को स्कैनिंग एवं डिजिटाइजेशन सेंटर का हुआ उद्घाटन। स्कैनिंग एवं डिजिटाइजेशन सेंटर का शुरुआत बिहार राज्य में पूर्णिया व्यवहार न्यायालय से की गई। इस मौके पर पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति के० विनोद चंद्रन के साथ-साथ न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह, न्यायमूर्ति विपुल एम० पंचोली, न्यायमूर्ति मोहित कुमार साह, न्यायमूर्ति पूर्णेन्दु सिंह, न्यायमूर्ति चंद्रशेखर झा का आगमन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ व्यवहार न्यायालय के प्रशाल में सुबह करीब 10:00 बजे दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस मौके पर सभी न्यायमूर्तियों के साथ-साथ जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुजीत कुमार सिंह, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश, तमाम न्यायाधीश व न्यायिक पदाधिकारी, डी० एम०, एस० पी०, जिला अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष प्रमिला कुमारी महतो, प्रभारी सचिव सुमन जी प्रकाश, अधिवक्ता गण व न्यायिक कर्मी मौजूद थे। सभी का जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुजीत कुमार सिंह ने इस मौके पर स्वागत एवम हार्दिक अभिनंदन किया। इस मौके पर मुख्य न्यायमूर्ति के० विनोद चंद्रन और अन्य न्यायमूर्तियों ने अपने-अपने उद्गार व्यक्त किये। उन्होंने कहा पूर्णिया पूर्णिया की धरती से ई फाइलिंग एवं स्कैनिंग व डिजिटाइजेशन की शुरुआत सबसे पहले की जा रही है। इस क्षेत्र में यह मिल का पत्थर साबित होगा। पूर्णिया व्यवहार न्यायालय के सारे अभिलेख एक क्लिक पर देखा जा सकेगा। स्वागत भाषण के दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने जानकारी दिया कि वर्ष 1819 का सबसे पुराना अभिलेख पूर्णिया अभिलेखागार में मौजूद है, उसका भी स्कैनिंग करके कंप्यूटर में लोड किया गया है। इस तरह के जितने भी पुराने अभिलेख हैं, उन सभी का स्कैनिंग करके कंप्यूटर में लोड किया जाएगा जिसे एक क्लिक पर देखा जा सकेगा।
व्यवहार न्यायालय पूर्णिया पहले न्यायालय होगा जहां ई फाइलिंग की शुरुआत होगी। न्यायमूर्तियों ने कहा की पेपर लेश काम हो इस दिशा में पूर्णिया व्यवहार न्यायालय ने एक सशक्त कदम आगे बढ़ा दिया है। इसकी सफलता के अनुसार बिहार के अन्य व्यवहार न्यायालय में भी इसकी शुरुआत की जाएगी। न्यायमूर्ति व्यवहार न्यायालय में स्थित 12 कोर्ट बिल्डिंग के चौथे मंजिल पर स्कैनिंग कर डिजिटाइजेशन सेंटर का उद्घाटन किया, वहां पर कार्यरत कर्मियों से बातें की और कार्यों का देखरेख किया। न्यायमूर्ति ने अपने उद्गार में कहा की ई कोर्ट में अब सारा फायलिंग कर दें जो स्कैनिंग होते हुए ऑन लाइन उपलब्ध रहेगा। न्यायाधीशों द्वारा सारे रिकॉर्ड के तथ्यों को आवश्यकतानुसार देखा जा सकता है, यह पूरी तरह लीगली होगा। इससे काम में पारदर्शिता आएगी। स्पीडी ट्रायल में ज्यादा सुविधा होगी और अधिवक्ताओं को भी अपने कार्यों में सुकून मिलेगा। इसके अलावा न्यायमूर्ति ने नवनिर्मित अतिरिक्त अभिलेखागार का उद्घाटन किया। न्यायमूर्तियों ने व्यावहार न्यायालय परिसर स्थित पार्क में वृक्षारोपण भी किया। पुनः न्यायमूर्ति गण पूर्णिया अधिवक्ता संघ में पधारे और उन्होंने अधिवक्ता संघ में आने पर अपनी प्रसन्नता जताई। यहां के अधिवक्ताओं ने भी गर्मजोशी के साथ पुष्प गुच्छ एवं सॉल भेंट कर उनका स्वागत किया और अपनी बातें उनके समक्ष रखी। अधिवक्ताओं ने कहा की पूर्णिया में पहली बार ई कोर्ट फायलिंग की शुरुआत करना हमारे लिए गौरव की बात होगी। अधिवक्ता संघ में धन्यवाद ज्ञापन प्रभारी सचिव सुमन जी प्रकाश ने किया।