मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आने के समय पिछले साल 15 नवंबर को हुई थी इस सडक की मरम्मती
जर्जर होने से हरदिन दुर्धटना आमबात, कोई नहीं है देखनेवाला
अक्षय कुमार सिंह, पूर्णिया (ANG INDIA NEWS) : सड़क मरम्मती किस प्रकार की जाती है तथा इसकी खानापूर्ति भी किस प्रकार की जाती है, इसका उदाहरण प्रखंड के एसएच 65 को देखकर ही लगाया जा सकता है । यह सडक महज कुछ माह में एकबार फिर गडढों में तब्दील हो गई है तथा इस सडक पर दुर्घटनाएं आम बात हो गई हैं । यह बता दें कि पिछले साल 15 नवंबर को मुख्यमंत्री टीकापटी आए थे।
उसी समय इस एसएच 65 की मरम्मती की गई थी। परंतु महज कुछ महीनों में यह सडक फिर से गडढों में तब्दील हो गई है । ऐसा लगता है कि यहां बस खानापूर्ति की जाती है । मरम्मती के दौरान ना तो गिटी की सफाई की जाती है और ना ही अन्य प्रक्रियाएं अपनायी जाती हैं, मिटी पर ही पिच कर दिया जाता है, जिससे पिच दूसरे दिन से ही उखडने लग जाती हैं । स्टेट हाईवे 65 टीकापटी से रूपौली तक यहां बीचो-बीच लगभग 15 किलोमीटर लंबी सडक गुजरती है । इस सडक का कोई भी भाग ऐसा नहीं है, जो गडढे में तब्दील नहीं हो । यहां हरदिन दुर्घटना होना आमबात हो गई है । बारिष में तो यह सडक तालाब-सा दिखाई पडने लगता है । इस संबंध में प्रमुख रेखा देवी, मुखिया शांति देवी, मुखिया रामवती देवी, मुखिया सुलोचना देवी, मुखिया पप्पू मंडल, मुखिया विभा देवी, मुखिया अमीन रविदास, मुखिया सुनीता देवी, मुखिया युवराज मंडल, मुखिया मनीश कुमार सिंह, मुखिया रीना देवी, मुखिया विनीता देवी, मुखिया गौरी षर्मा, मुखिया मनोज कुमार जायसवाल, मुखिया फावता बेगम, मुखियाा सरिता देवी, पंचायत समिति सदस्य ब्रहमदेव महतो, राजेष तिवारी, पूर्व मुखिया विवेकानंद सिंह, सरपंच उशा देवी, सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने सरकार से अच्छी सडक बनाने की मांग की है, ताकि दुर्घटनाओं में कमी आ सके ।