- पहला ब्रेक टी-सीरीज फ्रेम फाद प्रोडक्सन्स एंड जतिन के चंद्रा की प्रस्तुति के बैनर तले माहिया वे गाने के साथ मिला
- नानाजी एवं मां के सानिध्य में भजन-कीर्त्तन गाकर क्षेत्र में नाम रोशन किया
- स्वजनों के हौशला आफजाई के बाद वह पटना गया तथा लॉकडाउन के बाद वह मुंबई गया, जहां उसे 18 सितंबर 2023 को पहला गाना फिल्माया गया
पूर्णिया, अभय कुमार सिंह : गायकी किसी का गुलाम नहीं है, ऐसा प्रखंड के गिद्धा गांव का अभिषेक आर्या ने मुंबई जैसे शहर में कर दिखाया है। महज 21 वर्ष की उम्र में उसने गायकी में काफी लगन एवं मेहनत के बाद उसे पहला ब्रेक 18 सितंबर 2023 को मिला तथा उसके स्वयं के लिखे तथा गाए गीत ने महज दो दिनों में यूट्यूब पर देखते-देखते एक लाख से ज्यादा भ्यूवर हो गए। उसे पहला ब्रेक टी-सीरीज में मिला, फिर फ्रेम फाद प्रोडक्सन्स एंड जतिन के चंद्रा की प्रस्तुति के बैनर तले माहिया वे गाने के साथ मिला। उनके गायक बनने की खबर मात्र से पूरे क्षेत्र ही नहीं, बल्कि पूरे जिले तथा प्रदेश में उसे चाहनेवालों द्वारा बधाईयां दी जाने लगी। किसी को विश्वास नहीं हो रहा था कि उसकी माटी का लाल, जो बिल्कुल ही गरीबी के बीच जीवन जी रहा था, अपने सपने को इस प्रकार साकार कर देगा। इस संबंध में अभिषेक आर्या स्वयं कहते हैं कि वे एक किसान परिवार से आते हैं। उसे गायकी नैसर्गिक रूप से मिला था। उसके नानाजी स्व0 रसिकलाल महतो, जो संझाघाट से आते थे, वे हमेशा ही भजन-कीर्तन में घर-बाहर करते रहते थे। उनसे यह गुण उसकी मां विमला देवी को मिला। मां भी गांव में शिवचर्चा आदि में भजन-कीर्त्तन गाया गरती थी। वह भी मां के साथ भजन-कीर्त्तन में जाया करता था। वहीं से उसे गायकी की ललक बढी तथा वह विद्यालयों में आयोजित गायकी प्रतियोगिता में भाग लेने लगा। उसे कईबार अनुमंडल स्तर पर पुरस्कृत भी किया गया। वह मैट्रिक किया तथा उसका मन पढाई से उचट गया। वह गायकी में अपनी किश्मत आजमाने पटना गया, परंतु दूर्भाग्य से लॉकडाउन हो गया तथा वापस आ गया। परंतु उसका दिल नहीं लगने लगा।
![गायकी किसी का गुलाम नहीं, गांव के अभिषेक ने मुंबई जैसे शहर में ऐसा कर दिखाया Singing is not anyone's slave, Abhishek from village did this in a city like Mumbai.](http://angindianews.com/wp-content/uploads/2023/09/WhatsApp-Image-2023-09-20-at-4.40.12-PM-1.jpeg)
यहां वह बिरौली बाजार के मो0 शमसुदीन के यहां नाद, तबला आदि का रियाज करने लगे। फरवरी 2021 में वह दिल्ली चला गया तथा टी-सीरीज में गायकी का प्रशिक्षण लेने के लिए एडमिशन लिया। वहीं उसकी मुलाकात मुंबई के नीतेश सिंह, जो टी-सीरीज में उसे गायकी के प्रशिक्षण देते थे, ने उनका काफी हौशला बढाया। वाराणसी के अभिषेक सिंह राजपूत जो टी-सीरीज में एआर इवेंट चलाते हैं, ने भी वीडियो शूट करने तथा लोगों से मिलवाने में उनकी मदद की। दक्षिण भारत के रहनेवाले तथा वीनू जॉर्ज ने उसके गीत को संगीत से संवारा। वह मुंबई जनवरी 2023 में चला गया। उसे प्रशिक्षण देनेवालों तथा दोस्तों का पूरा सहयोग मिला तथा पहला ब्रेक माहिया वे गाना से मिला है। उसका दूसरा गाना भी तू ही खुदा जी-म्यूजिक कंपनी पर बहुत जल्द आ रहा है। लोगों का आशीर्वाद रहा तथा निश्चित ही उस गाने के भी लाखो प्रशंसक होंगे। इधर अभिषेक की गायकी को ब्रेक मिलते ही उसके स्वजन पिता सतीश चंद्र राय, मां विमला देवी, बडा भाई पप्पू कुमार राय, बहन बुलबुल, शबनम, पूजा, अर्चना सहित सभी ने खुशियां व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा सोचा भी नहीं था कि उसका अभिषेक एकदिन उनका नाम रोशन करेगा। वही मौके पर पूर्व विधायक शंकर सिंह, वार्ड पार्षद अध्यक्ष सह ग्रामीण निरंजन मंडल, उप वार्ड पार्षद अध्यक्ष् इंदू देवी, प्रमुख प्रतिमा देवी, उपप्रमुख मीना देवी, पूर्व प्रमुख रेखा देवी सहित क्षेत्र के सभी लोगों ने उसे बधाई एवं आशीर्वाद देते हुए सदा आगे बढने की कामना की है।
![गायकी किसी का गुलाम नहीं, गांव के अभिषेक ने मुंबई जैसे शहर में ऐसा कर दिखाया Singing is not anyone's slave, Abhishek from village did this in a city like Mumbai.](http://angindianews.com/wp-content/uploads/2023/09/WhatsApp-Image-2023-09-20-at-4.40.12-PM.jpeg)
![गायकी किसी का गुलाम नहीं, गांव के अभिषेक ने मुंबई जैसे शहर में ऐसा कर दिखाया Singing is not anyone's slave, Abhishek from village did this in a city like Mumbai.](http://angindianews.com/wp-content/uploads/2023/09/WhatsApp-Image-2023-09-20-at-5.01.12-PM-768x1024.jpeg)
![गायकी किसी का गुलाम नहीं, गांव के अभिषेक ने मुंबई जैसे शहर में ऐसा कर दिखाया Singing is not anyone's slave, Abhishek from village did this in a city like Mumbai.](http://angindianews.com/wp-content/uploads/2023/09/WhatsApp-Image-2023-09-20-at-5.01.57-PM-690x1024.jpeg)
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