पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: अकबरपुर ओपी क्षेत्र के बांकी गांव में स्मैकरों द्वारा एक कबाडी खरीदनेवाले युवक की तब छिनतई कर ली गई, जब वह कबाड खरीदने वाला बांकी गांव पहूंचा था। उससे कबाड देने के बहाने गडैया बहियार के पास ले गए तथा उससे उसकी मोबाइल एवं पांच हजार रूपये नगद की छिनतई कर ली तथा मक्का की खेत की ओर भाग गए। पीडित द्वारा शोर मचाये जाने पर, इनमें से दो ग्रामीणों के हत्थे चढ गए तथा एक भागने में सफल हो गया, जिसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है। इस संबंध में पीडित ने ओपी में बांकी गांव के तीन युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इस संबंध में मोहनपुर ओपी के नवटोलिया गांव के युवक मनीष कुमार ने बताया कि वह गांव के कबाड खाना में काम करता है तथा प्रतिदिन गांव से कबाड खरीदकर कबाडीखाना में ले जाता है। इसी क्रम में वह शुक्रवार को बांकी गांव गया था। बांकी गांव के गडैया पोखर के पास पहूंचा, तो वहां तीन युवक आए तथा उसके पास से मोबाइल एवं साथ में रखा पांच हजार रूपये छिनकर मकई के खेत में फरार हो गए। वह वहां जब शोर मचाया, तब ग्रामीणों ने मकई के खेत में तीन युवकों को पाया, जिसमें से एक ग्रामीण को देखते ही फरार हो गया, जबकि दो ग्रामीणों के हत्थे चढ गए।
पकडे गए दोनों युवकों में मो गुलाम मुस्तफा पिता मो मुर्शिद एवं मो सौरभ उर्फ मो सोहेल पिता मो नजीर हैं, जबकि भागनेवाला युवक मो बारूद पिता मो आरिफ था। दोनों की तालाशी लेने के बाद मो सौरभ उर्फ मो सोहेल के पास उसका मोबाइल मिला, जबकि रूपये नहीं मिले। पूछने पर दोनों पकडे गए युवकों ने बताया कि भागनेवाला युवक मो बारूद रूपये लेकर भाग गया है। इधर ग्रामीणों ने उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां के युवक धीरे-धीरे नशा के आदी होते चले जा रहे हैं जिससे पूरा गांव सहम गया है। युवक स्मैक, गांजा, शराब पीने के इस कदर आदी हो गए हैं कि वे किसी का मोबाइल, किसी का मोटर आदि चुराने से नहीं चूक रहे हैं। इससे पूरा गांव रतजगी करके बिता रहा है। अब तो वे राह चलते छिनतई का अंजाम देने लगे हैं। उन्होंने पुलिस से इस मामले की जांच करने की बात की है कि आखिर इन युवकों को स्मैक कौन पहूंचा रहा है। देखें नशा के शिकार होते चले जा रहे इन युवकों को पुलिस कैसे बचाती है तथा इस धंधे में लगे लोगों के गरदन कब दबोचती है।
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