पटना: बीते कुछ दिनों मे बिहार की सत्ताधारी जदयू में भारी फेर-बदल हुआ। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को पद हटाए जाने की चर्चा जोरो पर रहने के बीच आखिरकार उन्होने अपने पद से इस्तीफा दिया। वहीं एकबार फिर जदयू की कमान सीएम नीतीश कुमार के हाथ आ गई है। इधर इस पूरे प्रकरण पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने ललन सिंह पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने ललन सिंह पर आरोप लगाया है कि केंद्र में मंत्री नहीं बनाये जाने के गुस्से में बदला लेने के भाव से ललन सिंह ने लालू प्रसाद से नजदीकियां बढ़ाई। भाजपा से गठबंधन तोड़वाया, आरसीपी सिंह को पार्टी से निकलवाया और जदयू को लगभग बर्बाद कर दिया।
सुशील मोदी ने कहा कि भले ही ललन सिंह सच से इनकार करें, लेकिन मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री नहीं बन पाने की हताशा से वे उबर नहीं पाए। लालू प्रसाद को जिस चारा घोटाला के चार मामलों में सजाएं हुई और वे चुनाव लड़ने के अयोग्य घोषित कर दिये गए, उस मामले के याचिकाकर्ता ललन सिंह भी थे। उन्होंने कहा कि लालू परिवार के विरुद्ध नौकरी के बदले जमीन मामले में सारे दस्तावेजी सबूत ललन सिंह ने ही तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक पहुंचाये थे। ललन सिंह ने नीतीश कुमार को भ्रमित कर एनडीए तोड़ा, भाजपा के विरुद्ध जहर फैलाया और जदयू के कई कद्दावर नेताओं को किनारे लगा दिया। ललन सिंह का भीतरघात एक्सपोज हो गया, जिससे जदयू को चुनाव से पहले अपना संगठन ठीक करने का समय मिल जाएगा।