- सीओ की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन हुआ था, गांव के ग्यारह-ग्यारह लोगों की तीन टीम इस मंदिर समिति में अपनी दावेदारी प्रस्तुत करने से बाधित हो गया था गठन
- बिहार राज्य धार्मिक न्यास पार्षद, पटना के आदे पर गठन को लेकर आमसभा का आयोजन हुआ था
पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: बिहार राज्य धार्मिक न्यास पार्षद, पटना के आदेशानुसार टीकापट्टी गांव में अवस्थित श्री नर्मदेश्वर नाथ मंदिर की 11 सदस्यीय कमिटी को लेकर आमसभा का आयोजन किया गया, परंतु गांव के ग्यारह-ग्यारह लोगों की तीन टीम इस मंदिर समिति में अपनी दावेदारी प्रस्तुत करने से बाधित हो गया। इसके अलावा मुखिया द्वारा थाना में रखे राम, जानकी, लक्ष्मण एवं हनुमान की प्रतिमा को फिर से स्थापित किये जाने को लेकर चर्चा की गई, परंतु इसपर भी बात नहीं बन सकी। इस आमसभा की अध्यक्षता सीओ राजेश कुमार ने की, जबकि संचालन मुखिया शांति देवी ने की। यह बता दें कि बिहार राज्य धार्मिक न्यास पार्षद, पटना के प्र0 स0 अधीक्षक ने अपने पत्रांक 843 दिनांक 17.6.2023 के तहत एसडीओ धमदाहा को आदेश दिया है कि टीकापट्टी गांव स्थित श्री नर्मदेश्वर नाथ मंदिर जिसका निबंधन संख्या 115 है, के पास 21 एकड जमीन है, जो उचित प्रबंधन नहीं रहने के कारण भूमि का अवैध अंतरण एवं अतिक्रमण किया जा रहा है। इसलिए इसके प्रबंधन के लिए एक न्यास समिति का गठन करना है। इसमें सभी वर्गों के धार्मिक चरित्र के लोगों की 11 सदस्यीय टीम बनानी है तथा इसकी रिपोर्ट 8 अगस्त तक उनके पास भेज देनी है। यह भी बता दें कि गांव के लंकाटोला के प्रतिष्ठित जमींदार सह स्वतंत्रता सैनानी स्व ठीठरू मंडल ने श्री नर्मदेश्वर नाथ मंदिर की स्थापना 1948 में की थी तथा इसके अलावा भी उनके द्वारा ठाकुरबाडी का निर्माण कराया था, जहां भगवान रामजी, सीताजी, लक्ष्मणजी एवं हनुमानजी की प्रतिमा स्थापना की थी।
ठाकुरबाडी से यह प्रतिमा 10 अप्रील 2017 को चोरों ने चुरा ली थी, जिसकी बरामदगी के समय कस्टमवालों ने इसकी कीमत कडोडो में बतायी थी। तब से यह मूर्तियां टीकापट्टी थाना में कैद हैं। इसमें जमींदार द्वारा दर्जनों एकड जमीन दान में दी थी, जिसको लेकर यहां उनके परिवार के वंशज ही एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए मंदिर एवं ठाकुरबाडी की जमीन को अतिक्रमण एवं बेचने का आरोप लगाया है। इसी को लेकर टीकापट्टी श्री नर्मदेश्वर नाथ प्रांगण स्थित पंचायत भवन में आमसभा का आयोजन किया गया। इसमें गांव के लंका टोला के ही तीन टीमें उमेश मंडल, संतोष मंडल एवं विनोद मंडल, जो जमींदार परिवार से ही आते हैं, ने अपनी-अपनी कमिटी को लेकर आमसभा में दावेदारी पेश कर दी, जिससे बात नहीं बन पाई। इधर मुखिया शांति देवी ने आमसभा में अपील की कि थाना में कैद भगवान को मुक्ति दिलाकर तत्काल उन्हें स्थापित किया जाए, ताकि उनकी पूजा-पाठ किया जा सके, परंतु इसपर भी बात नहीं बन पाई। कुछ इसी को लेकर एसडीओ राजीव कुमार के द्वारा तीनों टीमों को धमदाहा बुलाया गया है, ताकि सही लोगों का चुनाव हो सके। वही इस सम्बन्ध में एसडीओ राजीव कुमार बताते है तीन टीम होने के कारण उन्हें धमदाहा बुलवाया गया है, ताकि धार्मिक चरित्र के व्यक्ति का चुनाव कर टीम गठित की जा सके।
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