- मिशन इंद्रधनुष अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर सामूहिक रूप से प्रयास: सिविल सर्जन
- पहले चरण की सफ़लता के बाद दूसरे चरण की तैयारी पूरी: डीआईओ
- जिले में 1206 सत्र स्थलों के माध्यम से 2, 847 गर्भवती महिलाओं सहित 5 वर्ष तक के 11, 616 बच्चों को टीकाकृत करने का लक्ष्य: डीआईओ
पूर्णिया: जिला मुख्यालय सहित जिले के सभी प्रखंडों में आज से मिशन इंद्रधनुष अभियान का दूसरा चरण संचालित किया जाएगा। इससे पहले विगत 11 से 16 सितंबर तक संचालित पहले चरण के अभियान की शत- प्रतिशत सफलता से उत्साहित स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे चरण की सफलता के लिए भी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस अभियान के दौरान शून्य से दो वर्ष और दो से पांच वर्ष तक के बच्चें सहित गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराया जाना है। इसको लेकर जिला प्रतिरक्षण कार्यालय के सभागार में कार्यशाला आयोजित कर सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
- मिशन इंद्रधनुष अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर सामूहिक रूप से प्रयास: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संस्थाओं के साथ सामूहिक रूप से एक रणनीति के तहत मिशन इंद्रधनुष अभियान की शत प्रतिशत सफलता सुनिश्चित कराने को लेकर प्रयास किया जा रहा है। बता दें कि विगत अभियान के दौरान शत प्रतिशत सफ़लता मिली है। शून्य से दो वर्ष और दो से पांच आयु वर्ग के सभी बच्चे व गर्भवती महिलाएं टीकाकरण से वंचित नहीं हो इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जा रहा है। जिसको लेकर सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में अभियान की सफलता विभाग की प्राथमिकताओं में शामिल किया गया है। जिले के वैसे- इलाके जहां नियमित टीकाकरण की पहुंच सीमित संसाधनों के साथ सीमित है, वैसे स्थलों को चिह्नित कर संबंधित इलाकों में मिशन इंद्रधनुष अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर विशेष रूप से पहल की जानी चाहिए। इसके लिए जिले के सभी अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया गया है।
- पहले चरण की सफ़लता के बाद दूसरे चरण की तैयारी पूरी: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनय मोहन ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष अभियान 5.0 के दूसरे चरण में जिले के सभी प्रखंडों में 9 से 14 अक्टूबर तक सफ़ल संचालन किया जाना है। मिशन इंद्रधनुष अभियान को तीन चरणों में संचालित किया जाना है। जिसमें पहला चरण जिले में बेहद सफल साबित हुआ है। पहले चरण की शत प्रतिशत सफ़लता को देखते हुए दूसरे चरण में उससे भी बेहतर प्रदर्शन के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सक्षम और कृतसंकल्पित हैं। इस अभियान का दूसरा चरण 09 से 14 अक्टूबर के बीच व आखिरी चरण 27 नवंबर से 02 दिसंबर के बीच संचालित किया जाना है। अभियान के दौरान नियमित टीकाकरण का आच्छादन अधिक से अधिक और बेहतर तरीके से प्रभावी बनाने को लेकर हर संभव प्रयास करना होगा।
- जिले में 1206 सत्र स्थलों के माध्यम से 2847 गर्भवती महिलाओं सहित 5 वर्ष तक के 11616 बच्चों को टीकाकृत करने का रखा गया लक्ष्य: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनय मोहन ने बताया कि जिले में 1206 सेशन साइट बनाया गया है। जिले के अमौर में 11, बैसा में 86, बायसी में 71, बनमनखी में 118, बी कोठी में 85, भवानीपुर में 64, डगरूआ में 83, धमदाहा में 120, जलालगढ़ में 62, कसबा में 73, के नगर में 84, पूर्णिया पूर्व में 80, शहरी क्षेत्र में 37, रूपौली में 98 जबकि श्री नगर में 34 सत्र स्थल के माध्यम से जन्म से लेकर 2 वर्ष तक के 10028 बच्चे, वहीं 2 से 5 वर्ष तक के 1588 बच्चे जबकि 2847 गर्भवती महिलाओं को सघन मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत टीकाकृत करने का लक्ष्य रखा गया है।
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