पूर्णिया: नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 23 के वार्ड पार्षद आतिश सनातनी ने कहा है बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर सरकारी कार्यालय में बैठे लोग आम जनता को परेशान कर रहे हैं, परेशान करने के उपरांत उनसे अवैध पैसे की उगाही कि जाती है, वार्ड पार्षद जी के द्वारा अपने लेटर हेड पर लिखने के बाद भी बच्चे के परिवार को परेशान किया जाता है और उनसे सेविका से साइन और मोहर करवाने के लिए भेज दिया जाता है जबकि अगर पार्षद का लेटर हेड दिया रहता है तो सेविका से साइन और मोहर करवाने की कोई अवश्यकता नही होती, उसके बाद भी बिना बख्शीश चढ़ाए वहां पर पेपर जमा नहीं किया जाता है और मोहम्मद साहब के द्वारा खुले रूप से पैसा मांगा जाता है, जिनका बक्शीश नहीं चढ़ाते है उनका पेपर बनना बिना जूता घिसे संभव नहीं है और उसमें कुछ न कुछ त्रुटि बतला के फॉर्म को वापस कर दिया जाता है, रजनी कुमारी बिना अपने सहायक से रिपोर्ट लिए एक भी एफिडेफिट साइन नही करती है साथ ही दिन के 2:00 बजे जहां पर आवेदन जमा की जाती है वो काउंटर बंद हो जाता है, उसके बाद इनका मनमर्जी चलता है मनचाहा रुपइया का डिमांड करते हैं अब आवेदक को अपने आगे पीछे करवाते हैं तत्पश्चात पैसा लेकर उनका पेपर जमा करते है जबकि बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनाना इतना जरूरी है सभी को स्कूल में देना है और आवेदक अपना काम छोड़ के छुट्टी लेकर ऑफिस का चक्कर काटते हैं अपने नौकरी में छुट्टी लेकर उसके बाद भी जब उन्हें आसानी से जन्म प्रमाण पत्र बनता हुआ नहीं दिखता है तब उनके शर्त को मानना पड़ता है और उनकी उनके जेब को गर्म करन पड़ता है, तब जा के एफिडेविट होता है इसके बाद ब्लॉक में ऑनलाइन करवाने के लिए परिवार को उतना ही दौड़ना पड़ता है कभी वहां नेटवर्क नहीं रहता है कभी सॉफ्टवेयर खराब होने का बहाना बनाते हैं और ऑफिस के टाइम में फॉर्म नहीं भरा जाता है जिसे लोग परेशान है और कोई सुध लेने को तैयार नहीं इसके ऊपर आवाज उठाने की आवश्यकता है और यह हर एक घर की समस्याएं और यहां सरकारी ऑफिस में बैठे कर्मचारियों की मौज हो रही है जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं अभी उनसे स्कूल में हर दिन जन्म प्रमाण पत्र जमा करने का प्रेशर दिया जा रहा है.