पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: सोनु का शव जैसे ही गांव पहूंचा, वैसे ही कोहराम मच गया। सोनु की पत्नी ममता, मां शकुंतला देवी, पिता बंगटू मंडल, पुत्र आकाश कुमार, पुत्री दिवानी, भाई राजकुमार मंडल सभी उसके शव से लिपटकर चित्कार कर उठे। हरकोई यही रोते विलाप कर रहा था कि आखिर सोनु ने किसी का क्या बिगाडा था, जो उसकी हत्या कर दी गई। उनकी रूलाई से सभी लोगों के आंखों से आंसू बह रहे थे। पत्नी ममता देवी लगातार विलाप कर रही थी, अब उसके बच्चों को कौन देखेगा, कौन कमाकर खिलाएगा। मां शकुंतला देवी पिता बंगटु मंडल बस यही कह रहे थे, जिसे उन्हें कंधा देना था, आज उसे कंधा दे रहे हैं, उनसे बडा पापी कौन होगा।
- ना छिनतई, ना दुश्मनी, ना चारित्रिक गडबडी, फिर क्यों हुई हत्या?, चर्चा का विषय
सोनु की हत्या क्यों की गई, हत्यारे ने ना तो छिनतई की, स्वजनों के अनुसार ना तो किसी से दुश्मनी थी और ना ही उसका चरित्र ही खबरा था, ना ही लूटपाट ही हुई थी, फिर ऐसा कौन-सा कारण बना कि हत्यारे ने हर तरह से निर्दोश को गोली मार कर हत्या कर दी। सोनु रात लगभग 12 बजे बारात के लिए निकला, वह अपनी साली के यहां रास्ते में पडनेवाले गांव भिखना महुआबाडी लगभग साढे आठ बजे पहूंचा तथा वहां उसकी साली दूध पिलाकर विदा किया। वह लगभग रात एक बजे वहां से बहदूरा होते हुए जैम्हरा की ओर बारात के लिए निकला। जिस जगह उसकी हत्या हुई थी, उससे अगला ससुराल गांव जैम्हरा ही है। वह अपनी साली के यहां से अकेला ही निकला था। गांव से लेकर ससुराल तक के लोगों ने बताया कि सोनु निहायत ही एक अच्छा व्यक्ति था, जिसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी।
- हत्या का चरित्र देखकर लगता है कि किसी परिचित ने ही उसकी हत्या की थी-
रात के लगभग एक बजे सोनु की हत्या कर दी जाती है। वह जिस बाइक से बारात जा रहा था, उस बाइक लाइट जल रही थी तथा गिरी हुई थी। सोनु के शरीर का एक पैर बाइक पर था, जबकि पूरा शरीर जमीन पर गिरा हुआ था। रात की वजह से लाईट जल रही होगी। संभावना है कि कोई परिचित उसकी गाडी को रूकवाया होगा तथा बातचीत के क्रम में ही किसी दुश्मनी के कारण उसे गोली मार दी होगी। अन्यथा जिस जगह पर हमेशा ही घटनाएं होती रही हैं, वहां वह कैसे अपनी बाइक रोक सकता था। ऐसी भी संभावना है कि वह अकेला ना होकर एक और व्यक्ति उसके साथ हो तथा उस सुनसान जगह पर गाडी रूकवाकर एक शडयंत्र के तहत उसकी गोली मारकर हत्या कर दी होगी। गोली उसकी दायीं कनपटी में मारी गई है, हो सकता है उसके साथ गए व्यक्ति ने ही किसी बात का बदला लिया हो तथा गोली मार दी होगी।
- स्वजनों को बगीचा वाले पर भी शंका-
लोगों को शंका है कि जिस जगह पर हत्या हुई है, वहां पर आम का बगीचा है, जिसे बाहर के लोगों ने आम की फसल को खरीद रखी है। जब लोग घटना स्थल पर जूटे थे, तब बगीचा की रखवाली कर रहे कोई भी व्यक्ति वहां पर नहीं थे। संभावना है कि बगीचा की रखवाली कर रहे लोग हत्या के बारे में कुछ-न-कुछ जानते होंगे। अन्यथा वे वहां से भागते ही क्यों?
- वारदात की जगह काफी बदनाम है-
वारदात की जगह आम घटनाओं को लेकर काफी बदनाम है। इस जगह पर हमेशा ही लूटपाट की घटनाएं आम बात है। लगभग एक सप्ताह पहले भी यहां बहदूरा गांव के एक व्यक्ति की दिन-दहाडे बाइक लूटने की कोशिश की गई थी, इसके अलावा भी इस जगह पर कई घटनाएं हो चूकी हैं। जबकि पुलिस का कहना है कि घटना की रात वह लगभग साढे बारह बजे तक बारातियों को अपनी सुरक्षा में इस जगह से पार करवायी थी, फिर कब और क्यों हत्या कर दी गई। कुल मिलाकर इस हत्या की घटना ने सभी को दहला दिया है, देखें पुलिस इस वारदात से पर्दा कबतक उठाती है।
![सोनू का शव आते ही गांव में मचा कोहराम There was chaos in the village as soon as Sonu's dead body arrived](http://angindianews.com/wp-content/uploads/2023/06/WhatsApp-Image-2023-06-09-at-6.02.55-PM.jpg)
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