- पहले दिन 89 टीकाकरण केन्द्र में लगाया गया टीका
- पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों व गर्भवती महिलाओं को लगाया जा रहा टीका
- छूटे हुए बच्चों को टीका लगाना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य
पूर्णिया: जिले में मिशन इंद्रधनुष 5.0 के तीसरे चरण की शुरुआत हो गई है। 27 नवंबर से 02 दिसंबर तक चलाए जाने वाले विशेष अभियान में पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए टीका लगाया जा रहा है। 06 दिन के टीकाकरण अभियान में जिले के सभी प्रखंडों में अलग अलग जगह टीकाकरण केंद्र लगाया जा रहा है। जिससे कि कोई भी बच्चा या गर्भवती महिला टीकाकरण से वंचित नहीं रह सके। स्वास्थ्य केन्द्र से दूर वाले इलाकों के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीका सुनिश्चित हो सके इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। इसके अनुसार सभी प्रखंडों में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां नियमित टीकाकरण की पहुँच सीमित है वहां मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान के तहत विशेष पहल की जाए। इसमें मुख्य रूप से कम आच्छादन वाले क्षेत्र, दुर्गम इलाके व ईंट भट्ठे आदि में कार्यरत मजदूर, प्रवासी या खानाबदोश परिवार के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को चिह्नित कर उनका टीकाकरण केंद्र आयोजित कर उन्हें टीका लगाया जाना चाहिए।
पहले दिन 89 टीकाकरण केन्द्र में लगाया गया टीका :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनय मोहन ने बताया कि छः दिवसीय विशेष टीकाकरण अभियान में जिले के सभी प्रखंडों में कुल 853 टीकाकरण केंद्र आयोजित किए जा रहे हैं। इसमें 27 नवंबर को पहले दिन 89 टीकाकरण केंद्रों पर बच्चों और महिलाओं को टीका लगाया गया। अभियान में 28 नवंबर को 66 केंद्रों में, 29 नवंबर को 117 केंद्रों में, 30 नवंबर को 37 केंद्रों में, 01 दिसंबर को 500 केंद्रों में और 02 दिसंबर को 44 केंद्रों में टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 01 दिसंबर को साप्ताहिक नियमित टीकाकरण दिवस पर सभी सामान्य टीकाकरण केंद्रों के साथ अतिरिक्त टीकाकरण केंद्रों में भी टीकाकरण कार्य संचालित किए जाएंगे। जिससे सभी बच्चे व गर्भवती महिलाओं को सभी टीका लगाया जा सके।
पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों व गर्भवती महिलाओं को लगाया जा रहा टीका :
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीका लगाया जाता है। नियमित टीकाकरण से वंचित लोगों को आसानी से टीका लगाया जा सके इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिशन इंद्रधनुष 5.0 अभियान चलाया जा रहा है। इसमें नियमित टीकाकरण के लिए सभी प्रखंडों के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष कैम्प आयोजित किए जाते हैं। जिससे कि बच्चे और गर्भवती महिलाएं टीकाकरण से वंचित नहीं रह सके। मिशन इंद्रधनुष 5.0 के तीसरे चरण में जिले के 01 हजार 687 गर्भवती महिलाओं के साथ 0 से 02 वर्ष के 06 हजार 979 बच्चों को और 02 वर्ष से 05 वर्ष तक के 01 हजार 184 बच्चों को टीका लगाया जा रहा है। इसके लिए सभी दिन दिन अलग अलग जगहों पर टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। जिससे कि सभी लोग आसानी से उपलब्ध हो सके और टीका लगाकर अपने बच्चों का जीवन सुरक्षित कर सकें। इसके लिए सभी प्रखंड के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ यूनिसेफ, डब्लूएचओ के अधिकारियों द्वारा भी टीकाकरण केंद्रों का निरक्षण किया जा रहा है।
छूटे हुए बच्चों को टीका लगाना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य :
सिविल सर्जन डॉ चौधरी ने बताया कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी स्वास्थ्य केंद्रों में हर सप्ताह के बुधवार और शुक्रवार को टीका लगाया जाता है लेकिन बहुत से लोग इसका लाभ उठाने से वंचित रह जाते हैं। ऐसे महिलाओं और बच्चों को नियमित टीकाकरण में शामिल करते हुए विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिशन इंद्रधनुष 5.0 कार्यक्रम चलाया जाता है। कार्यक्रम के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में विशेष टीकाकरण केंद्र बनाए जाते हैं। जिससे कि छूटे हुए बच्चे और गर्भवती महिला इसका लाभ उठा सके। इससे महिलाओं और उनके होने वाले बच्चे स्वस्थ रह सकेंगे।
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