पूर्णिया: लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध को देखते हुए पुलिस अधीक्षक,पूर्णिया के द्वारा सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी/ थानाध्यक्ष एवं ओ0पी0 प्रभारी को साइबर ठगों के विरुद्ध कार्रवाई करने हेतु सख्त दिशा निर्देश दिया गया है। इसी कड़ी में आज जिले के अमौर थाना अंतर्गत सूचना मिली कि बिशनपुर चौक पर एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान पर कुछ लोगों के द्वारा कई दिनों से लैपटॉप पर फर्जी तरीके से दूसरे व्यक्ति का केवाला डाउनलोड कर फिंगरप्रिंट बनाकर अवैध तरीके से पैसा का निकासी का काम कर रहे हैं। उक्त सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बायसी आदित्य कुमार के नेतृत्व में थानाध्यक्ष अमौर राजीव कुमार आजाद, अपर थानाध्यक्ष अमौर राम अयोध्या राम, रंजीत कुमार, कमल कुमार, शिशुपाल कुमार, कार्यपालक सहायक मुनीलाल कुमार एवं थाना सशस्त्र बल के सिपाही खुशबू कुमारी, देवराज कुमार रॉय,सुबोध कुमार एवं अन्य पुलिसकर्मी के सहयोग से उक्त स्थान पर छापेमारी की गई। छापेमारी के क्रम में पुलिस टीम जैसे ही बिशनपुर चौक पहुंची तो देखा कि एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान से सात-आठ लोग इधर-उधर भाग रहे हैं। उपस्थित सशस्त्र बल के द्वारा पीछा करते हुए उक्त तीनों व्यक्ति को पकड़ा गया बाकी शेष व्यक्ति अंधेरा का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
पूछताछ के क्रम में उनके द्वारा बताया गया कि उन लोगों का एक संगठित गिरोह है, जिस गिरोह में कई सदस्य कार्य करते हैं। वह लोग दूसरे राज्य का केवाला डाउनलोड करके उससे लोगों का आधार नंबर एवं फिंगरप्रिंट प्राप्त कर फर्जी तरीके से रबर के सीट पर डुप्लीकेट फिंगरप्रिंट तैयार कर AEPS (Aadhar Enabled Payment System ) के माध्यम से खाते से अवैध तरीके से पैसा के निकासी करते हैं। उल्लेखनीय है कि पूछताछ के क्रम में उन लोगों के द्वारा बताया गया कि वह लोग झारखंड स्थित जामताड़ा में जाकर साइबर अपराध करने का ट्रेनिंग लिए हुए हैं। वहां से ट्रेनिंग लेने के पश्चात वह लोग यहां आकर संगठित रूप से यहाँ के कुछ अन्य लोगों को ट्रेनिंग देकर तैयार करते हैं, इस प्रकार वे लोग संगठित होकर साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम देते हैं। वही प्रशासन द्वारा ये भी बताया गया की इस प्रकार के संगठित साइबर अपराध को अंजाम देने वाले अपराध कर्मियों के विरुद्ध पूर्णिया पुलिस की लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।
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