पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: थाना क्षेत्र के आझोकोपा गांव से मक्का लदी ट्रेक्टर को स्थानीय पुलिस ने जिले के कुख्यात तथा मक्के से लदे ट्रेक्टर को गायब करने वाले गिरोह के तीन गुर्गों को पकडने में सफलता पाई है। उनके पास से तीन मोबाइल, एवं एक हुंडई की कार बरामद हुई है। इनके खिलाफ कांड संख्या 191/2023 के तहत मामला दर्ज कर सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इस संबंध में थानाध्यक्ष महादेव कामत ने बताया कि बीती रात उनकी गस्ती गाडी एसआई हुलास शर्मा के नेतृत्व में तीनटंगा मोड पर पहूंची थी, तभी उन्हें एक मक्का लदी ट्रेक्टर आती दिखाई दी, ठीक उसके पीछे एक काली रंग की कार भी दिखाई दी। उन्हें देर रात मक्का की लदी ट्रेक्टर के जाने पर शक हुई तथा उन्होंने ट्रेक्टर को हाथ देेकर रूकवाने का प्रयास किया, परंतु तबतक पुलिस की गाडी को देखकर ट्रेक्टर के पीछे आ रही कार, ट्रेक्टर को ओवरटेक कर आगे निकली तथा ट्रेक्टर का चालक भी ट्रेक्टर को रोककर चलती कार में सवार हो भाग खडा हुआ। पुलिस उसका पीछा की, परंतु तबतक पुलिस उन्हें ओवरटेक कर पकड लिया। कार में तीन व्यक्ति सवार थे। इनमें से एक पूर्णिया के के0 हाट थाना के मिल्की गांव का कुख्यात मो जुल्फीकार आलम, पिता मो कमरूदीन आलम था, जिसपर विभिन्न थाना एवं जिला में लगभग आधा दर्जन मामले दर्ज हैं।
जिसमें जिले के नगर थाना कांड संख्या 289/2019 दिनांक 10.5.2019, इसी थाना में 311/2019 दिनांक 14.8.2019, इसी थाना में 250/2019 दिनांक 25.6.2023, कोढा थाना में 109/2022 दिनांक 8.3.2022, कसबा थाना में कांड संख्या 183/2020 दिनांक 30.12.2020 एवं रूपौली थाना कांड संख्या 191/2023 के तहत मामला दर्ज हैं। ठीक इसी तरह पकडे गए कुख्यात मो जावेद, पिता मो अजीम, जो केहाट थाना क्षेत्र के मिल्की गांव का ही रहनेवाला है, पर मुफसील थाना में कांड संख्या 231/2020 एवं केनगर थाना में कांड संख्या 348/2020, दिनांक 4.11.2020 के तहत मामले दर्ज हैं। तीसरा अपराधी मो सरताज आलम पिता मो जहीर आलम जो मरंगा थाना क्षेत्र के लालगंज गांव का रहनेवाला है। आश्चर्य है कि इस तरह की चोरी पहलीबार देखी गई है। अपराधी किस प्रकार चोरी करते हैं। पहले एक अपराधी ने ट्रेक्टर को अपनी चोरी की तकनीक से स्टार्ट किया, फिर वह सघन गांव से दरबाजे पर से लेकर चला तथा उसके पीछे-पीछे दो अपराधी कार से उनका फॉलोअप कर रहे थे, ताकि किसी भी खतरे का सामना कर सकें। परंतु दूर्भाग्य था कि उनकी टकराहट पुलिस से ही हो गई तथा वे पुलिस के हत्थे चढ गए। इन तीनों की गिरफ़्तारी से यहां के मक्का किसान एवं मक्का व्यवसायियों ने चैन की सांस ली है।
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