सहरसा, अजय कुमार: 70वें जिला स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसके अंतर्गत सुबह 8:00 बजे स्कूल ड्रेस में साइकिल पर बालक बालिकाएं जिला स्थापना दिवस की टोपी पहनकर शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरते हुए समाहरणालय पहुंचा। वही दिन के 11:30 बजे समाहरणालय परिसर में जिला स्थापना दिवस का जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने ध्वज फहराकर दीप प्रज्वलित किया गया। इस मौके पर आरक्षी अधीक्षक लिपि सिंह सहित जिले के सभी बड़े अधिकारी मौजूद थे। वही स्थापना दिवस पर रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया। इसके साथ ही प्रेक्षागृह में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में डीएम आनंद शर्मा,सदर एसडीओ प्रदीप कुमार झा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी अहमद अली अंसारी,जिला अनुमंडल लोक शिकायत पदाधिकारी खुर्शीद अजमल,जिला कृषि पदाधिकारी ज्ञानचंद शर्मा,आईटी मैनेजर लखींद्र महतो,खेल पदाधिकारी के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। आनंद झा के संचालन में कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए स्थापना उप समाहर्ता दिलीप कुमार ध्वज ने संबोधित करते हुए कहा कि 1 अप्रैल 1954 को भागलपुर से अलग कर सहरसा को जिला बनाया गया। वही 2 अक्टूबर 72 को कोशी प्रमंडल बनाया गया। वहीं 1981 में मधेपुरा जिला तथा 1991 में सुपौल जिला भी बना। वर्तमान में दो अनुमंडल 10 प्रखंड व अंचल है।उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि अपने अंदर की लौ को कभी बुझने मत दो। हमें अपने अंतरात्मा को देखने की आवश्यकता है।जब हम स्वयं से ही प्रेम करेंगे तो हम परिवार समाज जिला राज्य राष्ट्र तथा विश्व से भी प्रेम कर वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा को मजबूत बनाएंगे। साथ ही साथ संपूर्ण मानवता से भी प्रेम कर सकेंगे। सदर एसडीओ प्रदीप कुमार झा ने कहा कि स्वच्छता के प्रति हम लोगों को जो संकल्प दिलाया उसका पालन करना आवश्यक है। वहीं सरकार के द्वारा नगर से पंचायत तक कचरा प्रबंधन की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि भौगोलिक स्वच्छता के साथ-साथ मानसिकता स्वच्छता भी जरूरी है। हमें जिला के ऐतिहासिक सांस्कृतिक धरोहर को बचाने का भी संकल्प लेना चाहिए। वहीं जिलाधिकारी श्री शर्मा ने कहा कि हम स्थापना दिवस मनाते हैं तो इसकी अनुभूति मन में करुणा तथा दिल में उदारता आवश्यक है।
70 वर्ष के इतिहास में जितने भी जिला पदाधिकारी जनप्रतिनिधि एवं विशिष्ट विभूति हुए हैं उन सभी लोगों की प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।हमें और आगे जाना है।पिछले स्थापना दिवस से अब तक विभिन्न सरकारी योजनाएं प्रारंभ की गई है।वही आने वाले दिनों में सहरसा का विकास देश के मानचित्र पर दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड क्लास स्टेडियम बनाने के लिए 8 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा गया है। वही बंगाली बाजार फ्लाईओवर का रिक्युजिशन प्राप्त नहीं हुआ है। जैसे ही यह प्राप्त होगा हम तेज गति से भू अर्जन कर आरओबी का निर्माण कराएंगे।वही लाइट ओवर ब्रिज, ड्रेनेज सिस्टम, बायोडिग्रेडेबल कचरा प्लांट,गरीबों के लिए घर, शहर के लिए मास्टर प्लान, शिक्षा के क्षेत्र में व्हाट्सएप अटेंडेंस, स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सुविधा बिहार का पहला मॉडल हॉस्पिटल बनाया गया है।वही कृषि मंडी स्थापित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 11 एकड़ जमीन कचरा प्रबंधन के लिए उपलब्ध कराया गया है।वही 35 में से एक 30 पंचायत में कचरा प्रबंधन जमीन को चिन्हित किया गया है।उन्होंने बताया कि बैजनाथपुर स्थित पेपर मिल की 48 एकड़ जमीन को उद्योग लगाने के लिए पुनः टेंडर निकाला गया है। वही दियारा क्षेत्र में आवागमन के लिए पीपा पुल की भी स्वीकृति मिली है। उन्होंने बताया कि एनएच 31 और एनएच 107 को जोड़ा जाएगा वही एनएच 327 का भी काम जल्द चालू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिले के 5 मंदिरों को भव्यता प्रदान करने के लिए योजना बनाई गई है। वही मत्स्यगंधा में भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।इस अवसर पर डीएम ने बच्चों को पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति एवं मनोबल बढ़ाए जाने की अपील की। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।जिसमें सुप्रसिद्ध गायिका कृतिका गौतम के द्वारा गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की गई। वही इस अवसर पर वेद प्रकाश, काव्या राज,राजनंदनी, स्नेही संगीतालय, भावना, नवीन आदि कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों के बीच अमिट छाप छोड़ने में सफल हुए।
