पूर्णिया: विहिप बजरंगदल पूर्णिया जिला अध्यक्ष श्री पवन कुमार पोद्दार एवं शिष्टमंडल के बजरंगदल के जिला संयोजक श्री गुड्डू पटेल, प्रचार प्रसार प्रमुख श्री निलाभरंजन झा, रंजन कुणाल, मृत्युंजय महान, मुकेश कुमार एवं पंडित सुरज भारद्वाज ने मंगलवार को अयोध्या मंदिर आंदोलन से जुड़े कारसेवकों को अयोध्या मंदिर उद्घाटन एवं प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण स्वरूप पूजित अक्षत आमंत्रण पत्रक मंदिर तस्वीर और धार्मिक अंगवस्त्र कर सम्मानित करते हुए 22 जनवरी को उद्घाटन के दिन सामुहिक रूप से मंदिर में भजन कीर्तन रामायण पाठ हनुमान चालीसा पाठ सुंदर काण्ड पाठ आरती एवं दीपोत्सव मनाने का अनुरोध किया। मंगलवार को जब विहिप शिष्टमंडल श्री गुप्तेश कुमार जी के आवास पर आमंत्रण देने पहुंचे तो उन्होंने विहिप शिष्टमंडल का जोड़दार स्वागत किया। चर्चा के दौरान कारसेवक श्री गुप्तेश कुमार ने आपबीती बताते हुए कहा कि रामजन्भूमि आंदोलन जब आह्वाहन हुआ तो पूर्णिया से कारसेवकों का जत्था शहिद किशोर सिंह के नेतृत्व में डेढ़ सौ कारसेवकों के साथ आखरी ट्रेन से अयोध्या के लिए रवाना हो गए। जिस जत्थे में पूर्णिया शहर के श्री गुप्तेश कुमार, गुलाबबाग के चुन्नीलाल आंचलिया,निर्मल राका, संतोष वैध, श्याम तापड़िया, श्याम लोहिया, बरसौनी के नरेश विश्वास, विनोद विश्वास, जगदीश विश्वास, संतलाल विश्वास, इसके अलावा अनेकों रामभक्त अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के लिए निकल पड़े। जिस ट्रेन से हमलोग गये वह आखरी ट्रेन थी, मुलायम सिंह यादव की सरकार ने उत्तर प्रदेश जाने वाली सभी ट्रेनें रद्द कर दी थी। जिसके वाद हम सभी कार सेवक पैदल ही पगडंडी रास्ते खेत खलिहान होते अयोध्या चल दिए।
रात में चलते थे और दिन में पुलिस से बचने के लिए गांव में ही रुक जाते थे।गांव वाले रामभक्त बोलकर खुब सेवा करते थे। और एक गांव के लोग दुसरे गांव तक पहुंचा देते थे। गांव वाले के इशारे और सहमति से ही हमलोग आगे बढ़ते थे।इस तरह कइ रात चलते रहे। गुप्त सूचना के आधार पर एक रात पुलिस ने घेर कर हमलोगों को पकड़ लिया और गोरखपुर सेन्ट्रल जेल में बंद कर दिया। बीस दिन बाद हमलोग जेल से रिहा हुए। जेल में दस पन्द्रह हजार कारसेवक थे । ऐसा लग रहा था कि हमलोग जेल में नहीं बल्कि अपने शहर में रामजन्भूमि आंदोलन के लिए कोई कार्यक्रम कर रहे हैं। सुबह में जेल में शाखा लगती थी। भजन कीर्तन करते थे। बाबरी एक्शन कमेटी के लोग भी जेल में थे। जेल में ही हमलोगों को सूचना मिली कि राम कोठारी और शरद कोठारी को पुलिस ने गोली मारी कर हत्या कर दी है। उस समय ऐसा लगता था कि सभी रामभक्त जय श्रीराम का नारा लगाते हुए जेल की दीवार तोड़ देंगे। जय श्रीराम के जयघोष से पुरा गोरखपुर गुंजता था। उस कहानी को याद कर गुप्तेश जी भावविभोर हो गए । श्री गुप्तेश ने कहा कि हमलोगों का सपना जीते जी पूरा हो गया। भगवान श्री राम अपने जन्मभूमि पर मंदिर में 22जनवरी को विराजमान हो जाएंगे। हमलोगों दीपावली मनाएंगे। भजन कीर्तन रामायण पाठ हनुमान चालीसा पाठ, आरती करेंगे। श्री गुप्तेश ने विहिप बजरंगदल कार्यकर्ता खासकर जिला अध्यक्ष श्री पवन कुमार पोद्दार की भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि आप लोगों ने राम नाम का अलख सम्पूर्ण पूर्णिया में जगा दिया है। 22 जनवरी को पूर्णिया अयोध्या और यहां का सभी मंदिर श्रीराम मंदिर दिखेगा।
Tiny URL for this post: