सहरसा, अजय कुमार: जिले के सोनवर्षा राज थाना के काशनगर ओपी पुलिस द्वारा साईबर क्राईम करनें के नाम पर एक युवक को 30 घंटे तक अपने हिरासत में रखने के बाद छोड़ दिएं जाने का मामला सामने आया है। हिरासत में लिएं गए युवक के साथ ओपी पुलिस द्वारा जमकर पिटाई भी की गई है। लेकिन गिरफ्तार युवक के विरुद्ध कोई सबूत उपर नहीं कर पाने पर ओपी पुलिस द्वारा शुक्रवार को करीब तीन बजे सुबह में छोड़ दिया गया। घटना के बाबत मिली जानकारी अनुसार बीते बुधवार की रात करीब साढ़े सात बजे मौरा चौक पर ओपी पुलिस ने कोपा पंचायत के पिपरा मुशहरी निवासी सिकंदर साह के पुत्र सुमन कुमार साह को उसकी सफेद कार मारुति एस-क्रास बीआर 11एयू 5767 समैत उठाकर ओपी लाया।
पुनः उसी रात ओपी पुलिस द्वारा हिरासत में लिएं गए सुमन साह के घर पर छापेमारी की गई। जहां से कुछ बैंक पासबुक जब्त किया गया। गुरुवार दोपहर बसनहीं थानाध्यक्ष अविनाश कुमार सिंह भी ओपी पहुंचे और गिरफ्तार युवक से पुछताछ किया। बावजूद पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगी। उसके बाद उसे शुक्रवार को अहले सुबह करीब 3 बजे अंधेरे में रिहा कर दिया गया। जिसकी पुष्टि ओपी में लगें सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से की जा सकती है। ओपी पुलिस के इस कार्रवाई से कई सवाल खड़े हो गए हैं। 30 घंटे तक हिरासत में रखे जाने के बाद आखिरकार ओपी पुलिस को जब कोई सबूत नहीं मिला तो रात के अंधेरे में कार समैत रिहा करने की क्या जरूरत पड़ गई? उसे दिन के उजाले में भी छोड़ा जा सकता था।